सीएम योगी ने 9 लाख प्रवासी कामगारों के खाते में भेजे 90 करोड़ से अधिक की राशि, आपदा से बचाव के लिए ‘प्रहरी ऐप’ भी किया लॉंच
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रवासी मजदूरों के खाते में एक -एक हजार रूपए ट्रांसफर किए. यूपी सरकार कोरोना संक्रमण के दौरान लागू लॉकडाउन में दूसरे राज्यों से अपने गृह जिला लौटे यूपी के मजदूरों के लिए रोजगार सहित आर्थिक सहायता के लिए भी कदम उठाती रही है. इसी क्रम में सरकार के द्वारा यह राशि मदद के रूप में दी गई है. दूसरे चरण में शुक्रवार को 9,08,855 श्रमिकों और कामगारों को 90 करोड़ 88 लाख रुपये की राशि ऑनलाइन ट्रांसफर की गई है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रवासी मजदूरों के खाते में एक -एक हजार रूपए ट्रांसफर किए. यूपी सरकार कोरोना संक्रमण के दौरान लागू लॉकडाउन में दूसरे राज्यों से अपने गृह जिला लौटे यूपी के मजदूरों के लिए रोजगार सहित आर्थिक सहायता के लिए भी कदम उठाती रही है. इसी क्रम में सरकार के द्वारा यह राशि मदद के रूप में दी गई है. दूसरे चरण में शुक्रवार को 9,08,855 श्रमिकों और कामगारों को 90 करोड़ 88 लाख रुपये की राशि ऑनलाइन ट्रांसफर की गई है.
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दूसरे चरण में कुल 9 लाख 60 हजार प्रवासी मजदूरों को मिला लाभ
दूसरे चरण में श्रमिकों के खाते में भेजी गई इस राशि का लाभ कुल 9 लाख 60 हजार प्रवासी मजदूरों को मिला है. गौरतलब है कि पहले चरण में सीएम योगी ने 10.48 लाख श्रमिकों के खाते में सहायता राशि के तौर पर 1000 रुपये डाले थे. जिसमें 10 लाख से अधिक प्रवासी मजदूरों के बैंक खातों में डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से 1000-1000 रुपए की सहायता राशि भेजी गई थी. इसके तहत कुल 104 करोड़ 82 लाख रुपए मजदूरों के बैंक खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए थे.
Lucknow: UP Chief Minister Yogi Adityanath today launched a mobile application ‘Prahari’ via video conferencing & released an amount of Rs 1000 directly to the accounts of migrant workers. pic.twitter.com/HNZvyeZwgh
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 24, 2020
वज्रपात जैसी घटनाओं से निपटने के लिए ‘प्रहरी ऐप’ की लॉंचिंग
इस दौरान सीएम योगी ने आपदा पूर्व चेतावनी और राहत प्रबंधन के लिए ‘प्रहरी ऐप’ को भी लॉन्च किया. इस ऐप के माध्यम से वज्रपात जैसी घटनाओं की सूचना पहले से हासिल की जा सकती है. इस ऐप के द्वारा पहले ही पता किया जा सकता है कि वज्रपात किस जगह होने की संभावना है.वहीं इस ऐप में किसी आपदा के संबंध में सहायता प्राप्त करने का भी प्रावधान दिया गया है. इसे आपदा से होने वाले नुकसान से निपटने के लिए एक बड़ा कदम बताया जा रहा है.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya