Lucknow News: प्रदेश की योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वाति सिंह ने बुधवार को टिकट कटने के बाद मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि बीजेपी की ओर से जिम्मेदारी दी जाएगी उसका निर्वहन करूंगी. उन्होंने कहा कि संगठन उन्हें जो जिम्मेदारी देगी उसका पूरी निष्ठा से पालन करूंगी.
दरअसल, मंगलवार की रात बीजेपी की ओर से 17 प्रत्याशियों की बहुप्रतिक्षित सूची जारी की गई थी. इसमें लखनऊ की सरोजिनी नगर विधानसभा सीट से स्वाति सिंह का टिकट कट जाने के बाद वह मीडिया से पहली बार मुखातिब हो रही थीं. उन्होंने इस बीच मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा, ‘मेरी और मेरे पति के बीच में किसी तरह की कोई कंट्रोवर्सी नहीं है. टिकट का कटना एक अलग विषय है.’ उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि पार्टी ने कुछ सोच-समझकर ही टिकट काटा होगा. इसमें जरूर कोई भली बात होगी.
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उन्होंने कहा, ‘पार्टी ने टिकट काटा है. इसके बाद भी मुझे कोई दिक्कत नहीं है. मैं आजीवन भाजपा के साथ रहूंगी.’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश के केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के हर फैसले से वह सहमत हैं. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘मेरे पति दयाशंकर सिंह के बारे में उनसे ही बात करना उचित होगा.’ उन्होंने बड़ी ही आसानी से अपने पति एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह के संबंध में पूछे गए हर सवाल का जवाब देने से बचती रहीं.
बड़ी बात यह है कि योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वाति सिंह और उनके पति के बीच के रिश्ते सामान्य नहीं हैं. दोनों के बीच का विवाद कई बार सार्वजनिक आ चुका है. इसमें भी कोई दो राय नहीं है कि स्वाती सिंह के राजनीतिक कॅरियर की पारी की शुरुआत उनके पति दयाशंकर सिंह के चलते ही हुई थी. ऐसे में उनका राजनीतिक कॅरियर उन्हीं के चलते खत्म भी होने की कगार पर आ गया है. हाल ही में एक ऑडियो वायरल हुआ था. उसमें स्वाति सिंह को यह कहते सुना जा रहा था, ‘उनके पति उन्हें काफी मानसिक प्रताड़ना देते हैं.’
लखनऊ की सरोजिनी नगर विधानसभा सीट पर पत्नी स्वाति सिंह के खिलाफ उनके पति एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष साथ व लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष दयाशंकर सिंह स्वयं लामबंदी कर रहे थे. उनकी यही ख्वाहिश थी कि इस सीट पर साल 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें कमल का फूल चुनाव चिन्ह दे. मगर भाजपा के आलाकमान ने इस मसले पर पति-पत्नी की जगह पर तीसरे को स्थान दे दिया है. ऐसे में यह चुनाव और भी ज्यादा रोचक हो गया है.