UP MLC Election 2022: गोंडा एमएलसी सीट पर वोटिंग खत्म, कुल 98.28 फीसदी हुआ मतदान
UP MLC Election 2022: गोंडा एमएलसी सीट पर मतदान सम्पन्न हो गया है. अब मतगणना 12 अप्रैल को होगी. यहां से भाजपा ने अवधेश सिंह मंजू तो सपा ने भानु कुमार त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया है.
UP MLC Election 2022: उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की 27 सीटों पर आज यानी शनिवार को मतदान हुआ. इसी कड़ी में गोंडा एमएलसी सीट पर भी वोट डाले गए. दोपहर दो बजे तक 92.84 फीसदी मतदान हुआ है. यहां से भारतीय जनता पार्टी ने अवधेश सिंह मंजू और समाजवादी पार्टी ने भानु कुमार त्रिपाठी को प्रत्याशी बनाया है.
गोंडा एमएलसी सीट पर मतदान सम्पन्न हो गया है. कुल 98.28 फीसदी मतदान हुआ. सुबह 8 बजे से शुरू हुआ मतदान शाम चार बजे खत्म हुआ. अब मतगणना 12 अप्रैल को की जाएगी. गोंडा में कुल तीन प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.
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बता दें, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद बीजेपी ने शनिवार को होने वाले उच्च सदन यानी विधान परिषद की 36 सीटों में से बहुमत जीतकर राज्य विधान परिषद में सबसे बड़ी पार्टी बनने पर अपनी नजरें गड़ा दी हैं. 100 सदस्यीय विधान परिषद में भाजपा के 34, समाजवादी पार्टी के 17 और बहुजन समाज पार्टी के चार एमएलसी हैं. कांग्रेस, अपना दल (सोनेलाल) और निषाद पार्टी के सदन में एक-एक सदस्य हैं. शिक्षक समूह में 2 एमएलसी हैं. जबकि स्वतंत्र समूह और निर्दलीय के पास 1 एमएलसी है. वहीं, 37 सीटें खाली हैं.
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एक सप्ताह पहले भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि पार्टी के लिए 36 सीटें जीतना महत्वपूर्ण है ताकि उनकी सरकार के विकास के एजेंडे को बिना किसी बाधा के आगे बढ़ाया जा सके. उन्होंने कहा था कि अगर बीजेपी सभी 36 सीटें जीतती है, तो उत्तर प्रदेश विधान परिषद में उसके पास दो-तिहाई बहुमत होगा और विकास योजनाओं को आगे बढ़ाने में कोई समस्या नहीं होगी.
सपा और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला
एमएलसी चुनाव में मतदाता ग्राम प्रधान, सदस्य और ब्लॉक विकास परिषदों के अध्यक्ष, जिला पंचायत के सदस्य और अध्यक्ष और शहरी क्षेत्रों में नगरसेवक हैं. इस पोल में विधायक और सांसद भी वोटर हैं. कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है, जिससे सपा और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला है. कुछ निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं.
सपा के पांच नेताओं को भाजपा ने दिया टिकट
भाजपा के 36 उम्मीदवारों में से पांच समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता हैं, जो फरवरी-मार्च राज्य चुनावों की पूर्व संध्या पर भगवा खेमे में शामिल हुए थे. इनमें सुल्तानपुर स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र से शैलेंद्र प्रताप सिंह, गोरखपुर-महाराजगंज स्थानीय प्राधिकार से सीपी चंद, बलिया स्थानीय प्राधिकारियों से पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पोते रविशंकर सिंह ‘पप्पू’, झांसी-जालौन-ललितपुर स्थानीय प्राधिकारियों से राम निरंजन और बुलंदशहर स्थानीय अधिकारियों से नरेंद्र भाटी हैं.
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सपा ने 34 सीटों पर उतारे प्रत्याशी
समाजवादी पार्टी ने अपने सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल के लिए मेरठ-गाजियाबाद और बुलंदशहर सीटों को छोड़कर 34 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. देवरिया से डॉ कफील खान, रामपुर-बरेली से मशकूर अहमद, लखनऊ-उन्नाव, बाराबंकी और मथुरा-एटा-मैनपुरी सीटों से क्रमश: एमएलसी सुनील कुमार साजन, राजेश कुमार और उदयवीर सिंह को मैदान में उतारा गया है.
भाजपा ने 255 सीटों पर दर्ज की जीत
बता दें, हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 255 सीटें जीती हैं, जबकि उसके सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) और निषाद पार्टी ने क्रमशः 12 और छह सीटें जीती हैं. समाजवादी पार्टी ने 111 सीटें जीती हैं, जबकि उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल ने आठ सीटें जीती हैं. सपा की एक अन्य सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने छह सीटों पर जीत हासिल की है. कांग्रेस ने दो सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि बसपा ने एक सीट जीती है.
Posted By: Achyut Kumar