UP MLC Chunav 2022: उत्तर प्रदेश विधान परिषद (एमएलसी) चुनाव के नतीजे आज यानी मंगलवार को घोषित कर दिए गए. 27 सीटों पर हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 24 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि तीन सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने विजय पताका फहरायी. इन निर्दलीय प्रत्याशियों को बाहुबलियों का आश्रय प्राप्त था. चाहे माफिया डॉन बृजेश सिंह हों, कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया हों या धनंजय सिंह सभी ने अपने करीबियों को चुनाव में जीत दिलायी. वहीं, इस चुनाव में समाजवादी पार्टी का पूरी तरह से सफाया हो गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा. यहां से माफिया डॉन बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह ने जीत दर्ज की. उन्होंने सपा प्रत्याशी उमेश यादव को करारी शिकस्त दी. वहीं, भाजपा प्रत्याशी सुदामा पटेल तीसरे नंबर पर रहे. सुदामा पटेल ने बीजेपी नेताओं पर अन्नपूर्णा सिंह का साथ देने का आरोप लगाया है.
Also Read: UP MLC Chunav Result 2022: पीएम मोदी के गढ़ में BJP को लगा झटका, निर्दलीय प्रत्याशी अन्नपूर्णा सिंह जीतीनिर्दलीय प्रत्याशी अन्नपूर्णा सिंह को प्रथम वरीयता के 4234 मत मिले. वहीं, सपा प्रत्याशी उमेश यादव को 345 और भाजपा प्रत्याशी सुदामा पटेल को महज 170 मत मिले. वहीं, 127 मतों को अवैध करार दिया गया. कुल 4749 मतों की गिनती हुई. इस चुनाव में वाराणसी, चंदौली और भदोही के 4949 मतदाताओं में से 4876 ने वोट डाले.
Also Read: UP MLC Chunav 2022: एमएलसी चुनाव में प्रत्याशियों को वरीयता से मिलेगी जीत, ऐसे होती है मतगणनाप्रतापगढ़ जिले में राजा भैया की बाल साहब एक बार फिर देखने को मिली. जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के उम्मीदवार अक्षय प्रताप सिंह ने एक बार फिर जीत दर्ज की. वहीं, भाजपा दूसरे और सपा तीसरे नंबर पर रही. इस चुनाव में अक्षय प्रताप सिंह को 1721, भाजपा के हरि प्रताप सिंह को 614 और सपा के विजय बहादुर यादव को 380 मत मिले. अक्षय प्रताप सिंह पांचवीं बार एमएलसी चुने गए.
जौनपुर में बाहुबली धनंजय सिंह के करीबी भाजपा प्रत्याशी बृजेश सिंह प्रिंसू ने जीत दर्ज की. बृजेश सिंह प्रिंशू को 3129 मत मिले. उन्होंने सपा प्रत्याशी मनोज यादव को हराया. मनोज यादव को 772 मत मिले. जबकि 51 मत अवैध पाए गए.
आजमगढ़ में न तो भाजपा को जीत मिली और ना ही सपा को, लेकिन सपा को हराने में भाजपा प्रत्याशी ने बड़ी भूमिका निभायी. यहां से भाजपा ने पूर्व विधायक रमाकांत यादव के बेटे अरुण यादव को अपना प्रत्याशी बनाया था. अरुण यादव भले ही चुनाव न जीत पाएं हों, लेकिन उन्होंने सपा का खेल बिगाड़ दिया. यहां सपा प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई है. इस सीट पर बीजेपी की लहर में भी सपा को जीत मिलती रही थी, लेकिन इस बार वह जीत दर्ज करने में नाकाम रही.
इस सीट से निर्दलीय प्रत्याशी विक्रांत सिंह रिशू ने जीत दर्ज की. विक्रांत सिंह भाजपा से निलंबित किए गए एमएलसी यशवंत सिंह के बेटे हैं. विक्रांत सिंह को कुल 4075 मत मिले. उन्होंने भाजपा प्रत्याशी अरुण कुमार यादव को 2813 मतों से शिकस्त दी. अरुण कुमार यादव को 1262 मत मिले. जबकि सपा प्रत्याशी राजेश यादव गुड्डू को केवल 356 मत मिले.
Posted By: Achyut Kumar