Bareilly News: प्रदेश की रामपुर-बरेली स्थानीय प्राधिकरण (MLC Election 2022) सीट पर बसपा और कांग्रेस के दावेदारों ने भी नामांकन पत्र खरीदे थे, लेकिन यह दावेदार अंतिम समय में हिम्मत नहीं जुटा पाए. हालांकि, भाजपा की तरफ से सात और सपा की तरफ से दो दावेदारों ने नामांकन पत्र खरीदे थे. मगर, सोमवार को भाजपा की तरफ से कुंवर महाराज सिंह और सपा से मशकूर अहमद मुन्ना ने नामांकन दाखिल किया है.
दरअसल, एमएलसी चुनाव की जीत को सत्ता से जोड़कर देखा जाता है. यही कारण है कि सपा में विधानसभा चुनाव से पहले दर्जन भर से अधिक रामपुर-बरेली एमएलसी सीट के दावेदार थे. मगर, यूपी में एक बार फिर भाजपा की सत्ता आने के बाद अधिकांश दावेदार शांत होकर बैठ गए हैं. नामांकन के अंतिम दिन सपा की तरफ से रामपुर के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मशकूर अहमद मुन्ना ने नामांकन कराया है.
हालांकि, सपा के नवाबगंज से पूर्व विधायक मास्टर छोटे लाल गंगवार ने सपा के नाम से नामांकन पत्र खरीदा था, लेकिन नामांकन दाखिल नहीं किया. बसपा के नाम से सीबीगंज के बेनीराम और कांग्रेस के नाम से निवर्तमान महासचिव डॉ. हरीश कुमार गंगवार, डॉ. मेहंदी हसन ने नामांकन पत्र खरीदा था. मगर, चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाए. बरेली कलेक्ट्रेट से दलों के साथ ही निर्दलीयों ने 26 नामांकन पत्र खरीदे थे. मगर, सिर्फ सपा, भाजपा समेत छह दावेदारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं.
भाजपा के नाम से दीपक कुमार पांडे, सतीश चंद्र कातिब, मोहन राजपूत, शिव शंकर शर्मा, हर्षवर्धन आर्य, वर्तमान एमएलसी घनश्याम लोधी ने नामांकन पत्र खरीदे थे. मगर, अंतिम दिन कुंवर महाराज सिंह ने नामांकन पत्र दाखिल किया है .बाकी सभी छह दावेदारों ने कहा कि टिकट मांगा था, लेकिन इसलिए नामांकन पत्र खरीदे थे.मगर,पार्टी ने कुंवर महाराज सिंह को प्रत्याशी बना दिया.इसलिए नामांकन दाखिल नहीं किया. अब पार्टी प्रत्याशी को चुनाव लड़ाएंगे.
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निवर्तमान जिलाध्यक्ष अशफाक सकलैनी ने कहा कि, पार्टी काफी समय से एमएलसी का चुनाव नहीं लड़ रही है. इस बार भी चुनाव लड़ने को लेकर कोई निर्देश नहीं था. इसलिए किसी को प्रत्याशी नहीं बनाया. अगर, किसी ने नामांकन पत्र खरीदा है, तो इसकी जानकारी नहीं है.बसपा जिलाध्यक्ष डॉ. जयपाल सिंह ने कहा कि, एमएलसी चुनाव पार्टी नहीं लड़ रही है. कोई आदेश भी नहीं मिला है. अगर, किसी ने प्रत्याशी बनकर नामांकन पत्र खरीदा है. इसकी कोई जानकारी नहीं है.
रिपोर्ट: मुहम्मद साजिद