UP MLC Election 2022: उत्तर प्रदेश की सियासत में मुस्लिम वोट बैंक एकतरफा जिसे पड़ेगा, उसकी चुनाव में बल्ले-बल्ले है. इस बात को समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव बखूबी जानते हैं और इसीलिए इन दिनों मुस्लिम वोटों को लेकर अलर्ट हो गए हैं, क्योंकि दूसरे विपक्षी दलों की नजर भी इस 20 फीसदी वोटबैंक पर है. ऐसे में अखिलेश यादव मुस्लिम वोटों को अपने साथ साधे रखने के लिए एक्टिव दिख रहे हैं, जिसकी एक झलक विधान परिषद चुनाव के प्रत्याशियों के चयन में भी दिखा.
उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों ने मंगलवार को नामांकन किया. समाजवादी पार्टी की ओर से तीन प्रत्याशियों ने आज नामंकन किया, जिसमें स्वामी प्रसाद मौर्या, सोबरन सिंह यादव के पुत्र मुकुल यादव, जासमीर अंसारी और शाहनवाज खान शामिल है. अखिलेश यादव और आजम खां के बेटे अब्दुल्लाह आजम की मौजूदगी में सपा प्रत्याशियों ने आज नामांकन दाखिल किया. सपा ने इस चुनाव में दो मुस्लिम उम्मीदवारों को उतारा है.
बता दें कि सोबरन सिंह यादव मैनपुरी की करहल सीट से विधायक रह चुके हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लिए अपनी सीट भी छोड़ दी थी. अब उनके बेटे मुकुल यादव ने आज विधान परिषद के लिए आज नामांकन कर दिया है. वहीं एक सीट आज़म खान के कोटे की मानी जा रही है. इस सीट से आजम खान के नज़दीकी और सहारनपुर निवासी सरफ़राज़ खान के पुत्र शाहनवाज़ खान उर्फ़ शब्बू को विधान परिषद भेजा जा रहा है.
वहीं उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 के पहले कांग्रेस का साथ छोड़ कर जासमीर अंसारी सपा में शामिल हुए थे. जासमीर अंसारी के उनकी पत्नी पूर्व सांसद कैसर जहां भी शामिल हुई थी. यूपी में 13 MLC सीटों में से 9 पर बीजेपी का जीतना तय माना जा रहा है. वहीं, सपा को चार सीट मिलने का अनुमान है.