UP MLC Election 2022 : सपा को लगा बड़ा झटका, छह प्रत्याशियों ने नाम वापस लिये, तो तीन का पर्चा खारिज
UP MLC Election 2022: पिछली बार सपा ने 36 में से 33 सीटों पर कब्जा जमाया था. हालांकि विधानसभा चुनाव से पहले इसमें से सात एमएलसी बीजेपी में चल गए हैं. वहीं, 15 ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया. केवल 11 ने दोबारा चुनाव लड़ने पर अपनी सहमति दी.
UP MLC Election 2022: विधान परिषद सदस्य (MLC) के चुनाव में समाजवादी पार्टी को तगड़ा झटका है. उसके 6 प्रत्याशियों ने नाम वापस ले लिये, जबकि तीन का पर्चा खारिज हो गया. इसमें रालोद के एक और सपा के एक प्रत्याशी ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है. इससे सपा में हड़कंप मच गया है. हालांकि, पार्टी ने कार्रवाई करते हुए मिर्जापुर-सोनभद्र के उम्मीदवार रमेश सिंह समेत दो नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है.
पिछली बार सपा ने जीती थी 33 सीटें
सपा ने विधान परिषद स्थानीय प्राधिकार क्षेत्र की 34 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे. दो सीट रालोद के लिए छोड़ दी थी. पिछली बार सपा ने 36 में से 33 सीटों पर कब्जा जमाया था. हालांकि विधानसभा चुनाव से पहले इसमें से सात एमएलसी बीजेपी में चल गए हैं. वहीं, 15 ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया. केवल 11 ने दोबारा चुनाव लड़ने पर अपनी सहमति दी.
Also Read: UP MLC Election: मथुरा-एटा-मैनपुरी से BJP के प्रत्याशियों का निर्विरोध चुनना तय, सपा को लगा झटका
इन प्रत्याशियों ने नाम लिया वापस
बुलंदशहर से रालोद ने सुनीत शर्मा को प्रत्याशी बनाया था, लेकिन उन्होंने भी अपना पर्चा वापस ले लिया. वह सपा से ब्लॉक प्रमुख रह चुकी हैं. इसके अलावा, हरदोई से रजीउद्दीन, बदायूं से सिनोज कुमार शाक्य, गाजीपुर से भोलानाथ शुक्ला, मिर्जापुर- सोनभद्र से रमेश सिंह, बांदा-हमीरपुर से आनंद कुमार त्रिपाठी ने अपना नाम वापस ले लिया. जबकि मथुरा एटा मैनपुरी से प्रत्याशी उदयवीर सिंह और राकेश, अलीगढ़ से जसवंत सिंह और लखीमपुर खीरी से प्रत्याशी अनुराग का पर्चा खारिज हो गया. इस तरह यहां बीजेपी प्रत्याशी निर्विरोध जीत गए.
Also Read: UP MLC Chunav: सपा ने जारी की दोनों चरणों के लिए एमएलसी प्रत्याशियों की सूची, कल है नामांकन का आखिरी दिन
टिकट बांटने वालों पर सवाल उठना शुरू
ऐसे में अब टिकट बांटने वालों पर सवाल उठना शुरू हो गया है. उम्मीदवार कितने वफादार हैं, इसका टिकट बांटते समय ध्यान नहीं रखा गया. उम्मीदवारों के चयन में चूक हुई.हालांकि पार्टी ने रमेश सिंह और उनके सहयोगी सुनील यादव को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. जल्द ही अन्य उम्मीदवारों पर भी कार्रवाई की जा सकती है.