UP MLC Election 2023: यूपी एमएलसी चुनाव में बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. बीजेपी सभी पांच सीटों पर अपना परचम लहराना चाहती है. समाजवादी पार्टी भी मुख्य विपक्षी दल होने के कारण इन सीटों पर ताल ठोंक रही है. उसका प्रयास किसी भी तरह एक सीट जीतकर विधान परिषद में नेता विरोधी दल की कुर्सी पर कब्जा जमाना है.
उत्तर प्रदेश में इन दिनों शिक्षक-स्नातक कोटे की 5 एमएलसी सीटों पर चुनाव प्रचार का शनिवार को अंतिम दिन है. शिक्षक व स्नातक एमएलसी की 5 सीटों के लिए 30 जनवरी को वोट डाला जाएगा. बीजेपी संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने खासतौर पर सभी पांच सीटों पर जीत हासिल करने के लिये मंत्रियों से लेकर कार्यकर्ताओं की पूरी फौज झोंक दी है.
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विधान परिषद की सभी पांचों सीट जीतकर बीजेपी लोकसभा चुनाव से पहले जनता को मैसेज देना चाहती है कि उसका किला कभी कमजोर नहीं होगा. वहीं समाजवादी पार्टी मैनपुरी लोकसभा चुनाव जीतने और शिवपाल यादव के साथ आने से अतिउत्साह में है. समाजवादी पार्टी को राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को एमएलसी चुनाव वाली सीटों पर समीकरण अपने पक्ष में करने के लिये लगाया है.
सपा के लिये इस बार के एमएलसी चुनाव में कम से कम एक सीट जीतना बहुत जरूरी है. यूपी विधान परिषद में सपा के सदस्यों की संख्या 9 है. एक सीट जीतने से सपा के सदस्यों की संख्या 10 हो जाएगी. इससे वह नेता विपक्ष के पद पा जाएंगे. अभी विधान परिषद में नेता विपक्ष कोई नहीं है.
यूपी विधान परिषद के 03 खंड स्नातक गोरखपुर-फैजाबाद, बरेली-मुरादाबाद, कानुपर और 02 खंड शिक्षक इलाहाबाद-झांसी एवं कानपुर निर्वाचन क्षेत्रों के लिये 30 जनवरी को मतदान होगा. शनिवार शाम पांच बजे से इन सीटों पर प्रचार समाप्त हो जाएगा.