Aligarh News: यूपी में योगी आदित्यनाथ के शपथ लेने से एक दिन पहले आखिरकार अलीगढ़ में भाजपा ने एक और जीत हासिल कर ली है. अलीगढ़- हाथरस स्थानीय एमएलसी सीट पर भाजपा के प्रत्याशी ऋषिपाल सिंह को निर्विरोध जीत का सर्टिफिकेट मिल ही गया है.
एक ओर जहां अलीगढ़ हाथरस स्थानीय एमएलसी सीट पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी जसवंत सिंह यादव का पर्चा रद्द हो गया, तो वहीं दूसरी ओर नाम वापसी के अंतिम दिन भाजपा के प्रत्याशी ऋषि पाल सिंह को अलीगढ़ जिला निर्वाचन अधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने निर्विरोध एमएलसी घोषित कर दिया, साथ ही निर्विरोध जीत का सर्टिफिकेट भी भाजपा के ऋषिपाल सिंह को प्रदान किया गया.
अलीगढ़ हाथरस स्थानीय एमएलसी सीट पर भाजपा से कई दावेदारों के नाम चल रहे थे, पर अचानक भाजपा के वर्तमान जिलाध्यक्ष ऋषिपाल सिंह के राजयोग का समय ऐसा शुरू हुआ कि भाजपा से प्रत्याशी बनाए गए. भाजपा प्रत्याशी ऋषिपाल सिंह, सपा प्रत्याशी जसवंत सिंह यादव, निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह व अखिल भारतीय प्रधान संगठन के जिला अध्यक्ष मनोज सिंह के बीच चुनावी मुकाबला नजर आ रहा था.
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नामांकन से पूर्व 24 घंटे के अंदर ही निर्दलीय चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले सुनील सिंह और मनोज सिंह ने भाजपा प्रत्याशी ऋषिपाल सिंह के समर्थन में चुनाव न लड़ने का फैसला लिया. अब रह गए सपा के प्रत्याशी जसवंत सिंह यादव, नामांकन हुआ, तो सपा प्रत्याशी जसवंत सिंह यादव के नामांकन में तीन प्रस्तावों के हस्ताक्षर पर आपत्ति हुई. 1 प्रस्तावक को उपस्थित होने के लिए अगले दिन तक का समय दिया गया. वह प्रस्तावक नहीं आया, उसका एक शपथ पत्र आया कि मेरे फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं. फिर तो सपा प्रत्याशी जसवंत सिंह यादव का पर्चा रद्द कर दिया गया और अलीगढ़ हाथरस स्थानीय एमएलसी सीट का ताज भाजपा के ऋषि पाल सिंह के सिर पर रख दिया गया.
1990 में जनता दल के राजेंद्र सिंह ने राजवीर सिंह चौहान को हराया. 1997 में भाजपा से कृपाल सिंह ने इंद्रपाल सिंह को हराया. 2004 में लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने पाल सिंह को हराया. 2010 में बसपा से मुकुल उपाध्याय ने लोकदल से सुनील सिंह को हराया. 2016 में सपा के जसवंत सिंह ने जीत हासिल की. अब 2022 में भाजपा के ऋषिपाल सिंह निर्विरोध एमएलसी बने.
रिपोर्ट- चमन शर्मा