Bareilly News: उत्तर प्रदेश की 17 नगर निगम के मतदाता इलेक्ट्रिक वोटिंग मशीन (EVM) से मतदान करेंगे. उनको नोटा (Nota) का विकल्प दिया गया है. मगर, यूपी की 200 नगर पालिका, और करीब 546 नगर पंचायत में पोस्टल बैलेट पेपर से मतदान होगा. यहां के मतदाताओं को नोटा का विकल्प नहीं दिया गया है. बरेली नगर निगम के 585 पोलिंग बूथ पर मतदान को 4520 वैलिड यूनिट, और 2100 कंट्रोल यूनिट मिल चुकी हैं. इनकी टेक्निकल समस्याओं को दूर किया जा रहा है.
उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव 2022 की घोषणा 10 दिसंबर तक होने की उम्मीद है, जिसके चलते आरक्षण को अंतिम रूप दिया जा रहा है. यूपी उपचुनाव के मतदान से पहले आरक्षण फाइनल कर चुनाव के मतदान की तिथियों का ऐलान होने की उम्मीद है. बरेली नगर निगम के 585 पोलिंग बूथ पर ईवीएम से मतदान होगा, जबकि बरेली की 4 नगर पालिका और 15 नगर पंचायतों में वैलेट से वोट डाले जाएंगे.
बरेली नगर में मेयर और वार्ड पार्षदों के बिहार, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की ईवीएम से वोट पड़ेंगे. इसके लिए निर्वाचन विभाग को 4520 वैलिड यूनिट और 2100 कंट्रोल यूनिट मिल गई हैं. इनको डेलापीर मंडी स्थल के गोदाम में रखा गया है. टेक्निकल टीम वैलिड यूनिट कंट्रोल यूनिट की चेकिंग कर समस्याओं को दूर करने में जुटी है. अगर, इनमें अधिक खराब होती हैं, तो अन्य प्रदेशों से और मंगाई जाएंगी.
नगर पालिका, और नगर पंचायत के अध्यक्ष, सभासद का मतदान पोस्टल बैलेट (मतपत्र) से होगा. पोस्टल बैलेट स्थानीय निकाय निर्वाचन कार्यालय सरकारी प्रेस, दिल्ली से प्रकाशित कराएगा.यह कवायद प्रत्याशियों के नामांकन के बाद शुरू होगी.
नगर निकाय चुनाव 2017 के बाद यूपी में एक नगर निगम, 110 नगर पालिका और नगर पंचायत बढ़ीं हैं.इसके साथ ही नगर निकायों में 1985 वार्ड भी बढ़े हैं.इस बार 763 नगर निकाय के 13980 वार्ड में चुनाव होंगे.
पुलिस भी शांतिपूर्ण चुनाव कराने में जुटी है. इसलिए पुलिसकर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी गई हैं. अतिसंवेदनशील और संवेदनशील बूथ को चिन्हित किया जा रहा है. इसके साथ ही ‘सी-प्लान’ एप से जुड़े डिजिटल वॉलेंटियर्स की संख्या बढ़ाई जा रही है. स्थानीय निकाय चुनावों को देखते हुए हर मोहल्ले से 10-10 संभ्रांत लोगों के नाम और नंबर अपडेट किए जाएंगे. यह एप कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत आमजन से सीधा संवाद स्थापित करने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में जनता की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से बनाया गया है.
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एप का संचालन लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय से होगा. इसे डीजीपी के कंट्रोल रूम और यूपी-112 के कंट्रोल रूम से भी जोड़ा गया है. हर इलाके से जुड़े डिजिटल वॉलेंटियर्स अपने क्षेत्र की संवेदनशील गतिविधियों और स्थानीय बी स्तर पर पांव पसार रही अफवाहों के बारे में तत्काल पुलिस को सूचित करेंगे.
रिपोर्ट: मुहम्मद साजिद, बरेली