Varanasi News: धोखाधड़ी और धमकाने के मामले में नीलगिरी इंफ्रासिटी कंपनी के मालिकों के खिलाफ चेतगंज में मामला दर्ज हुआ है. यह नीलगिरी इंफ्रासिटी कंपनी पर 47वां मामला है. वाराणसी जिला जेल में बंद कंपनी के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर विकास सिंह, मैनेजिंग डायरेक्टर रितु सिंह और मैनेजर प्रदीप यादव के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर धोखाधड़ी समेत कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है. नीलगिरी इंफ्रासिटी कंपनी पर टूर पैकेज और आवासीय प्लॉट के नाम पर निवेशकों के रुपए हड़पने के आरोप लगे हैं.
वाराणसी के शिवपुर गिरिधर नगर कॉलोनी निवासी संदीप कुमार ने कोर्ट में से गुहार लगाई थी. आरोप था उनके भाई मनीष साल 17 दिसंबर 2015 में नीलगिरी कंपनी को बाबतपुर में प्लॉट बुक करने के नाम पर 4.14 लाख रुपए का चेक दिया था. पीड़ित लगातार कंपनी से प्लॉट की बात करते रहते थे. पहले उन्हें टरकाया गया, बाद में गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी दी जाने लगी. जब लगातार कंपनी पर दबाव डाला जाने लगा तो सीएमडी, एमडी और मैनेजर ने पीड़ित से साल 3 फरवरी 2020 को प्लॉट कैंसिल करने के लिए फॉर्म भरवाया और 40 हजार रुपए का चेक दिया, जो बाऊंस हो गया. इसके बाद पीड़ित ने पुलिस को शिकायत दी. जब वहां से इंसाफ नहीं मिला तो वो कोर्ट की शरण में गए. कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया है.
नीलगिरी कंपनी के सभी पीड़ितों का मुकदमा पंजीकृत कराया जा रहा है. विशेष जांच दल को तेजी से सही से जांच के निर्देश दिए गए हैं. सभी मामलों में आरोपियों को कठोर सजा दी जाएगी. प्रवर्तन निदेशालय भी कंपनी की अलग से जांच कर रही है.
ए. सतीश गणेश, पुलिस कमिश्नर, सीपी
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जिक्र करते चलें आवासीय प्लॉट, टूर पैकेज के नाम पर शाइन सिटी और नीलगिरी इंफ्रासिटी ही नहीं, रियल एस्टेट कंपनी पैराडाइज एवेन्यू इंफ्रावेंचर ने भी आम जनता की गाढ़ी कमाई लूटी है. पैराडाइज एवेन्यू इंफ्रावेंचर के मालिक पर चेक बाउंस होने के आरोप में कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई गई है. आरोप है पैराडाइज एवेन्यू इंफ्रावेंचर के मालिक अमित शर्मा ने बाबा एड एजेंसी को विज्ञापन पैसा नहीं दिया. एडवरटाइजमेंट एजेंसी के मालिक अमित श्रीवास्तव के मुताबिक कुल पांच चेक 6 लाख का दिया गया था. सारे चेक बाउंस हो गए थे. लीगल नोटिस भेजने के बाद भी कंपनी के मालिक ने कोई जवाब नहीं दिया. इसके बाद कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया गया.