Lucknow News: माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे विधायक अब्बास अंसारी की कम्पनी और निजी बैंक खातों से हुए करोड़ों के लेनदेन की जांच में कई अहम तथ्य सामने आये हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम को अब्बास की कम्पनी से बड़े बिल्डरों के साथ ही कुछ सफेदपोश माफियाओं के जुड़ाव की जानकारी मिली है.
दस्तावेजों की जांच में पूर्वांचल के एक सांसद के बैंक खाते से भी लाखों की लेनदेन की बात की जा रही है. इसके बाद ईडी की टीम इन बिन्दुओं की गहराई से पड़ताल में जुट गई है. संदिग्धों को समन भेजकर बयान के लिए प्रयागराज स्थित ईडी दफ्तर बुलाने की तैयारी चल रही है. जांच में सामने आ रहे बिन्दुओं के आधार पर ही मुख्तार के साले सरजील रजा उर्फ आतिफ को गाजीपुर जेल से रिहा होते ही ईडी ने हिरासत में ले लिया.
ईडी की प्रयागराज यूनिट ने सरजील को गाजीपुर में जेल गेट से ही हिरासत में लिया. सरजील को हिरासत में लेने के बाद ईडी की टीम उसे लेकर प्रयागराज रवाना हो गई. सरजील सोमवार रात जेल से रिहा हुआ था. जेल गेट पर ईडी की प्रयागराज यूनिट की टीम पहले से ही मौजूद थी. सरजील को मुख्तार अंसारी के खिलाफ दर्ज मनी लांड्रिंग के मामले में हिरासत में लिया गया है. इसी मामले में अब्बास अंसारी को गिरफ्तार किया है.
सरजील पर शिकंजा कसते हुए ईडी आज उसे प्रयागराज कोर्ट में पेश करेगी. इसके बाद रिमाण्ड मिलने पर उसके लिए सवालों का पुलिन्दा तैयार किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि ईडी की टीम रिमाण्ड मिलने पर सरजील का सामना मुख्तार के विधायक बेटे अब्बास से करायी जाएगी, जिससे और राजफाश हो सके. इससे अब्बास की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. सरजील की गिरफ्तारी के बाद मुख्तार अंसारी के खिलाफ दर्ज मनी लांड्रिंग केस में माफिया के परिवार से यह दूसरी गिरफ्तारी होगी. ईडी जल्द ही मुख्तार के परिवार से कुछ और गिरफ्तारियां भी करने की तैयारी में है.
ईडी ने पिछले साल मार्च में मुख्तार अंसारी के खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था. मुख्तार के भाई और बसपा सांसद अफजाल अंसारी से इस साल नौ मई, मुख्तार के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी और उनके विधायक बेटे शोएब अंसारी से 10 मई को और बेटे अब्बास अंसारी और छोटे बेटे उमर अंसारी से 20 मई को पूछताछ की थी.
अब्बास अंसारी को बीते शनिवार को कस्टडी रिमांड पर लिया था। विधायक से 12 नम्वबर की दोपहर तक पूछताछ की जाएगी. अभी तक अब्बास से कई सवाल पूछे जा चुके हैं. अब तक दस बैंक खातों की पड़ताल हो चुकी है, जिसमें कई अहम जानकारियां मिली हैं.