UP News: नगर निकाय चुनाव के दावेदारों ने बांटे द‍िवाली गिफ्ट, वोटर्स और मठाधीशों से कुछ यूं मांगी मदद…

मेयर, चेयरमैन, पार्षद और सभासद पदों के दावेदार चुनावी मैदान में है. यह सभी दावेदार नगर निकाय चुनाव को जीतने के लिए मतदाताओं के साथ ही नेता को भी साधने में लगे हैं. इसके चलते दीपावली के त्योहार पर मिठाई और गिफ्ट के बहाने लोगों के साथ ही नेताओं को साधने की कोशिश की गई.

By Prabhat Khabar News Desk | October 27, 2022 12:38 PM

Breilly Nagar Nikay Chunav: उत्तर प्रदेश के बरेली में 1 नगर निगम, 4 नगर पालिका और 15 नगर पंचायत का चुनाव होना है. मेयर, चेयरमैन, पार्षद और सभासद पदों के दावेदार चुनावी मैदान में है. यह सभी दावेदार नगर निकाय चुनाव को जीतने के लिए मतदाताओं के साथ ही नेता को भी साधने में लगे हैं. इसके चलते दीपावली के त्योहार पर मिठाई और गिफ्ट के बहाने लोगों के साथ ही नेताओं को साधने की कोशिश की गई.

निर्दलीय भी चुनाव लड़ने की तैयारी

बरेली के मेयर सीट पर आरक्षण का पेंच फंसा है. भाजपा सपा के साथ ही बसपा और कांग्रेस में मेयर पद के लिए दावेदारों की लंबी भीड़ है. सामान्य, पिछड़ी और एससी को लेकर दावेदार खुलकर मैदान में नहीं आ पा रहे हैं. आरक्षण की स्थिति 10 नवंबर तक साफ होने की उम्मीद है. इसके बाद ही भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस आदि के दावेदारों की तस्वीर साफ होगी. कुछ लोग दलों से टिकट की उम्मीद लगाए हैं. अगर उन्हें दलों से टिकट नहीं मिलता है, तो वह दल बदल के साथ ही निर्दलीय भी चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं.

Also Read: मेयर, नगर पालिका और नगर पंचायत अध्यक्ष पद का आरक्षण लखनऊ से, नगर न‍िकाय चुनाव की तैयारी तेज
सपा के नेताओं पर भाजपा की निगाह

सपा के कई नेता सत्ता प्रेमी है. उनको विधानसभा चुनाव 2022 में सपा की सरकार बनने की उम्मीद थी. मगर यह उम्मीद खत्म हो गई. इसके बाद से ही भाजपा में शामिल होने की कोशिश में लगे हैं. इससे उम्मीद है. नगर निकाय चुनाव में कई सपा नेता भाजपा की तरफ रुख करेंगे. भाजपा भी ऐसे नेता को शामिल कराने से फायदे और नुकसान पर मंथन कर रही है. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में बसपा को बड़ा नुकसान हुआ है. इसके साथ ही पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने वाली बसपा को सिर्फ 1 सीट मिली. इसके बाद बसपा काफी नुकसान में है.मगर, सहारनपुर के इमरान मसूद के आने के बाद मुस्लिमों में बसपा की चर्चा शुरू हो गई है. इससे बसपा में भी दावेदारों की संख्या बढ़ने लगी है.

Also Read: यूपी में पिछली बार नगर निकाय चुनाव का 27 अक्टूबर को हुआ था ऐलान, जानें कब होगा तारीखों का ऐलान

रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद

Next Article

Exit mobile version