Ganesh Chaturthi: घर पर ही मनाएं गणेश चतुर्थी, कोविड-19 प्रोटोकॉल का करें पालन, सीएम योगी ने लोगों से की अपील
सीएम योगी ने लोगों से गणेश चतुर्थी को घर पर ही मनाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि उत्सव के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन जरूर करें.
Happy Ganesh Chaturthi: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(Chief Minister Yogi Adityanath) ने लोगों से गणेश चतुर्थी को घर पर ही मनाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर मूर्तियां स्थापित न की जाए. उत्सव के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन जरूर करें.
शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गणेश चतुर्थी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, गणेश चतुर्थी पर्व शांतिपूर्ण ढंग से सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हो, इसके लिए सभी जरूरी इंतजाम किए जाएं. उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है कि सार्वजनिक स्थल पर कोई भी प्रतिमा स्थापित न हो. देवालयों/अपने घरों में ही लोग प्रतिमा स्थापित करें.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अफसरों के साथ बैठक में कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी सख्ती से पालन करवाया जाए. पर लोगों की आस्था को भी यथोचित सम्मान दिया जाए. इस दौरान मुख्यमंत्री को बताया गया कि विगत दिवस 9.68 लाख से अधिक लोगों को टीका लगा. प्रदेश में 45 फीसदी से अधिक लोगों ने टीके की पहली खुराक प्राप्त कर ली है. पहला डोज लेने वालों की संख्या 7 करोड़ के पार होने जा रही है. प्रदेश में कुल कोविड वैक्सीनेशन का आंकड़ा 8.34 करोड़ से अधिक हो गया है. यह किसी एक राज्य में हुआ सर्वाधिक टीकाकरण है.
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33 जिलों में कोविड का एक भी एक्टिव केस नहीं
बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत कराया गया कि आज प्रदेश के 33 जिलों में कोविड का एक भी एक्टिव केस नहीं है. विगत दिवस हुई कोविड टेस्टिंग में 66 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं मिला. प्रदेश में पॉजिटिविटी दर 0.01 से भी कम हो गई है. रिकवरी दर 98.7 फीसदी है.
प्रभावी बनाया जाए प्रदेशव्यापी सर्विलांस कार्यक्रम
अधिकारियोंं के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने डेंगू और वायरल फीवर के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश में जारी सर्विलांस कार्यक्रम को प्रभावी बनाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि बुखार व संक्रमण के अन्य लक्षणों के संदिग्ध मरीजों की पहचान की जाए. साथ ही, बुखार, दस्त और डायरिया की दवाई भी लोगों में वितरित की जाए. बेड, दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता हो. फिरोजाबाद, आगरा, कानपुर, मथुरा आदि प्रभावित जनपदों की स्थिति पर सतत नजर रखी जाए.
Posted by : Achyut Kumar