UP Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में कथित रूप से जहरीली शराब पीने से डौकी और ताजगंज क्षेत्र के दो गांवों में आठ लोगों की मौत हो गई. इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश राज्य मानवाधिकार आयोग ने आबकारी आयुक्त, प्रयागराज को मामले की जांच कराकर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है. इसके पहले अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने की वजह से 60 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी.
पीड़ित परिवार के लोग मौत का कारण मिलावटी शराब बता रहे हैं. वहीं पुलिस और प्रशासन के अधिकारी इससे इन्कार कर रहे हैं. आगरा के जिलाधिकारी प्रभु नारायण सिंह का कहना है कि कौलारा कलां और बरकुला में चार लोगों की मौत का कारण प्रथमदृष्टया जहरीली शराब का सेवन नहीं है. वहीं, एसपी पूर्वी के वेंकट अशोक ने बताया कि डौकी क्षेत्र में प्रथमदृष्टया अत्यधिक शराब पीने से मौत का मामला लग रहा है.
उन्होंने कहा कि चार ठेकों को सील कर दिया गया है. इनके स्टाक की जांच कराई जाएगी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर स्थिति स्पष्ट हो सकेगी.अभी जांच चल रही है.
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पुलिस के मुताबिक, आगरा जिले के कौलारा कलां और बारकुला गांव में सोमवार रात को जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत होने के बाद चार दुकानों को सील कर दिया गया. वैसे पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है कि ये मौतें नकली शराब पीने से हुई हैं.
आगरा के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण पूर्व) अशोक वेंकट ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘मौत की असली वजह अब तक पता नहीं चली है. पोस्टमार्टम के बाद उसका पता चलेगा.’ उन्होंने बताया कि कौलारा कलां गांव के राधे (42), अनिल (34) और रामवीर (40) तथा बारकुला गांव के गया प्रसाद (50) की मौत हुई है.
अनिल के पिता श्री निवास (65) ने आरोप लगाया कि उसके बेटे और दो अन्य लोगों की मौत गांव की एक दुकान से खरीदी गयी नकली शराब के पीने से ही हुई है. उन्होंने कहा, ‘मेरा बेटा आदतन शराबी था और मेरे बार-बार न पीने के अनुरोध करने के बाद भी वह रविवार रात को गांव के ही राधे और रामवीर के साथ पीने बैठ गया’. उन्होंने कहा कि अनिल सोमवार को बीमार पड़ गया. वह उसे पहले एक स्थानीय डॉक्टर और फिर आगरा के एक अस्पताल में ले गये, जहां उसकी मौत हो गयी.
कौलारा कलां के ही सुदीप ने कहा कि अनिल ने राधे और रामवीर के साथ शराब पी थी, जिसके बाद वे सोमवार को बीमार पड़ गये. श्रीनिवास ने आरोप लगाा कि उनके गांव और आसपास के क्षेत्र नकली शराब के केंद्र बन गये हैं. ग्रामप्रधान शंकर सिंह ने कहा, ‘मैंने भी क्षेत्र में नकली शराब के कारोबार का मुद्दा पुलिस और अन्य अधिकारियों के साथ बार-बार उठाया, लेकिन किसी ने हमारी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया.’
ग्रामीणों के अनुसार, कथित रूप से नकली शराब पीने से मरे राधे का अंतिम संस्कार उसके परिवार के सदस्यों ने पुलिस की अनुमति के बगैर सोमवार देर शाम कर दिया. अन्य तीन के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गये है.
Posted by : Achyut Kumar