देवरिया (UP NEWS) : जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में शनिवार को कलेक्ट्रेट परिसर में कृषि मंत्री और सांसद के अंदर जाने पर सपा कार्यकर्ताओं (BJP, SP) ने विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी. कुछ ने एसडीएम को अपमानजनक शब्द कहे. एसपी पहुंचे तो विधायक भाटपाररानी आशुतोष उपाध्याय से उनकी कहासुनी के बाद धक्का-मुक्की शुरू हो गई. इसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर सपाइयों को खदेड़ दिया.
जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में सपा ने शैलजा यादव को और भाजपा ने गिरिश तिवारी को प्रत्याशी बनाया है. शनिवार को ये लोग निर्धारित संख्या में लोगों के साथ अंदर चले गए. कलेक्ट्रेट पर बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता भी पहुंचे थे. इन्हें कचहरी चौराहे पर ही रोक दिया गया.
सपा विधायक आशुतोष उपाध्याय, जिलाध्यक्ष डा. दिलीप यादव, पूर्व विधायक गजाला लारी, पीडी तिवारी, अजय यादव भी अंदर जाना चाहते थे लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया. एसडीएम ने विधायक को अंदर जाने के लिए कहा तो उन्होंने अकेले जाने से मना कर दिया.
थोड़ी देर बाद कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, सांसद सलेमपुर , जिलाध्यक्ष भाजपा अर्तयामी सिंह एवं दो तीन अन्य लोग आए तो उनके लिए कलेक्ट्रेट का गेट खोला गया. इसी बात से नाराज सपा कार्यकर्ता कृषि मंत्री एवं प्रशासन के खिलाफ नारे लगाने लगे. पुलिसकर्मियों ने हटाने का प्रयास किया तो धक्का-मुक्की शुरू हो गई.
हंगामे की सूचना पर एसपी पहुंचे तो सपा विधायक आशुतोष उपाध्याय से उनकी बहस हो गई. विधायक ने कहा कि नौ भाजपाई क्यों अंदर गए. इसी के बाद उनमें धक्कामुक्की शुरू हो गई. पुलिसकर्मियों ने एसडीएम को अपशब्द कहने वाले सपाई की पिटाई शुरू कर दी और विधायक को धकेलते हुए सड़क तक ले गए. फिर कार्यकर्ताओं को लाठी लेकर दौड़ा लिया.
पूर्व विधायक समेत कई को आईं चोटें : सपा जिलाध्यक्ष दिलीप यादव का कहना है कि पुलिस लाठीचार्ज में पूर्व विधायक गजाला लारी, साहू राठौर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन गुप्ता, श्याम बहादुर भारती, अशोक यादव, अभीजित यादव, संतोष, पंकज चौरसियां आदि कई लोगों को चोटें आई हैं. वहीं एसपी डा.श्रीपति मिश्र ने कहा है कि सपाइयों ने नियम तोड़ा है, हंगामा कर उप्रदव किया उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी.