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UP: डिप्टी CM ब्रजेश पाठक से पूछे बिना डाक्टरों के ट्रांसफ़र कैसे हो गया? पत्र वायरल होने के बाद मचा हड़कप

Uttar Prdaesh News: उत्तर प्रदेश में 30 जून को बड़े पैमाने पर हुए डॉक्टरों के ट्रांसफर पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सवाल उठाते हुए अपर मुख्य सचिव चिकित्सा और स्वास्थ्य को पत्र लिखकर जवाब तलब किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 5, 2022 9:03 AM
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Uttar Prdaesh News: उत्तर प्रदेश में 30 जून को बड़े पैमाने पर हुए डॉक्टरों के ट्रांसफर पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सवाल उठाते हुए अपर मुख्य सचिव चिकित्सा और स्वास्थ्य को पत्र लिखकर जवाब तलब किया है. डिप्टी चीफ मिनिस्टर बृजेश पाठक ने अपर मुख्य सचिव अमित मोहन से तबादले को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है. पत्र में डिप्टी सीएम ने चार बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा है. उन्होंने कहा है कि ट्रांसफर के दौरान स्थानांतरण नीति का पालन नहीं किया गया है. उन्होंने अपर मुख्य सचिव से स्थानांतरण का कारण स्पष्ट करने व विवरण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.

उत्तर प्रदेश के उप मुख्‍यमंत्री पाठक का यह पत्र सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया है. इस बारे में पूछे जाने पर ब्रजेश पाठक ने कहा कि, ‘‘मुझे पता चला है कि वर्तमान सत्र में जो भी स्थानांतरण किये गये हैं, उनमें स्थानांतरण नीति का पूर्णत: पालन नहीं किया गया है। इसलिए जिसका भी स्थानांतरण किया गया है उनके स्थानांतरण किये जाने का कारण स्पष्ट करते हुए अपर मुख्‍य सचिव से उनका संपूर्ण विवरण उपलब्ध कराने को कहा है.” उप मुख्‍यमंत्री ने अपर मुख्‍य सचिव से यह भी पूछा है कि जिन जिन डॉक्टरों का तबादला किया गया है, क्या यह सत्यापित कर लिया गया है कि स्थानांतरित डॉक्टरों की अवधि से अधिक समय से तैनात कोई भी चिकित्‍साधिकारी उस जिले, मंडल और अस्पताल में अब कार्यरत नहीं है. उन्होंने सम्‍बद्ध चिकित्‍सा अधिकारियों का विवरण समेत पूरा ब्यौरा मांगा.

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योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की पहली सरकार (2017-2022) में कैबिनेट मंत्री रहे ब्रजेश पाठक ने वर्ष 2021 में कोविड-19 महामारी के दौरान अप्रैल महीने में अपर मुख्‍य सचिव को पत्र लिखकर लखनऊ की अव्यवस्था का जिक्र करते हुए नाराजगी जताई थी. योगी के दूसरे कार्यकाल में उप मुख्यमंत्री बनाये गये पाठक को चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्‍याण तथा मातृ शिशु कल्याण विभाग की जिम्मेदारी मिली है.

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