सत्संग-प्रवचन के बहाने यौनशोषण के आरोपी बाबा सच्चिदानंद को यूपी एसटीएफ ने किया गिरफ्तार, जानें पूरा मामला
बस्ती(यूपी,UP NEWS) : संत कुटीर आश्रम में युवतियों के यौन शोषण के मामले में नामजद कथित बाबा सच्चिदानंद उर्फ दयानंद को यूपी एसटीएफ ने बुधवार को मुरादाबाद से गिरफ्तार कर लिया. एसटीएफ के एसपी हेमराज मीणा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि उसे बस्ती पुलिस टीम को सौंप दिया गया है. दयानंद साढ़े तीन वर्ष से फरार चल रहा था. उसके दो साथी पहले गिरफ्तार हो चुके हैं. basti sant kuteer aashram, baba sachidanand arrested
बस्ती(यूपी,UP NEWS) : संत कुटीर आश्रम में युवतियों के यौन शोषण के मामले में नामजद कथित बाबा सच्चिदानंद उर्फ दयानंद को यूपी एसटीएफ ने बुधवार को मुरादाबाद से गिरफ्तार कर लिया. एसटीएफ के एसपी हेमराज मीणा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि उसे बस्ती पुलिस टीम को सौंप दिया गया है. दयानंद साढ़े तीन वर्ष से फरार चल रहा था. उसके दो साथी पहले गिरफ्तार हो चुके हैं.
एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि 20 दिसंबर 2017 को सच्चिदानंद और अन्य पर बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म करने व अन्य संगीन धाराओं में कोतवाली में केस दर्ज किया गया था. पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह दबिश दीं मगर वह नहीं मिला. आश्रम की कुर्की तक हुई और 50 हजार का इनाम घोषित किया गया लेकिन बाबा हाथ नहीं लगा. अलबत्ता उसका एक शिष्य परमचेतानंद और सेविका उर्मिला बाई को पांच अगस्त 2018 में बभनान रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किय गया था.
दिसंबर 2017 में यौन शोषण का मामला तब प्रकाश में आया था, जब आश्रम से कुछ युवतियों को धक्के मारकर निकाल दिया गया. ये डरी-सहमी रात में एसपी दफ्तर पहुंचीं. तत्कालीन कोतवाल विजयेंद्र सिंह महिला पुलिस के साथ पहुंचे और पीड़ितों को बयान के लिए कोतवाली ले गए. तत्कालीन एसपी संकल्प शर्मा के निर्देश पर देर रात कथित बाबा के अलावा उसके तीन शिष्यों परमचेतानंद, विश्वासानंद, ज्ञान वैराग्यानंद तथा दो मुख्य सेविकाओं पर 2008 से लगातार यौन शोषण व सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज किया गया.
आरोपः सत्संग-प्रवचन के बहाने यौनशोषण
पीड़ित महिलाओं का आरोप था कि सत्संग व प्रवचन के नाम पर महिलाओं और कम उम्र की लड़कियों को आश्रम में बुलाया जाता था. उनमें से कुछ लड़कियों को साध्वी का दर्जा देकर आश्रम में रख लिया जाता था. उन्हें अनुष्ठान के जरिए विशेष कृपा दिलाने का दिलासा देते थे. उनका विश्वास जीतने के बाद दिल्ली स्थित आश्रम के मुख्यालय अथवा यहां के कथित बाबा व चेलों के निर्देश पर अलग-अलग शहरों में प्रवचन- सत्संग के बहाने भेजकर उनका यौन शोषण किया जाता था.