यूपी में गुलाम मानसिकता की जगह नहीं, मुगलों के बदले छत्रपति शिवाजी के नाम से जाना जाएगा आगरा का संग्रहालय- सीएम योगी
आगरा: ताजमहल के पास नए बने मुगल म्यूजियम का नाम अब बदल दिया जाएगा. मुगल म्यूजियम का नाम अब छत्रपति शिवाजी के नाम पर रखे जाने की तैयारी है. यह आदेश यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिया है. जिसमें नाम बदलने के साथ ही म्यूजियम में शिवाजी के इतिहास को भी दर्ज करने की बात कही गई है. इस बदलाव में 10 से 15 करोड़ के करीब राशि की लागत से काम होंगे.
आगरा: ताजमहल के पास नए बने मुगल म्यूजियम का नाम अब बदल दिया जाएगा. मुगल म्यूजियम का नाम अब छत्रपति शिवाजी के नाम पर रखे जाने की तैयारी है. यह आदेश यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिया है. जिसमें नाम बदलने के साथ ही म्यूजियम में शिवाजी के इतिहास को भी दर्ज करने की बात कही गई है. इस बदलाव में 10 से 15 करोड़ के करीब राशि की लागत से काम होंगे.
मुगल हमारे नायक नहीं, अब छत्रपति शिवाजी के इतिहास का जिक्र भी यहां होगा- सीएम योगी
आगरा के फतेहबाद मार्ग पर बन रहा म्यूजियम प्रदेश का पहला प्री-कास्ट म्यूजियम होगा. जो लगभग 190 करोड़ की लागत से बनेगा. यह लगभग बनकर तैयार हो चुका है. इस म्यूजियम में ताजमहल और आगरा के इतिहास के साथ अब छत्रपति शिवाजी के इतिहास का जिक्र भी यहां होगा. सीएम योगी ने सोमवार को शहर में विकास कार्यों के समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि मुगल हमारे नायक नहीं हो सकते हैं.
नए उत्तर प्रदेश में गुलामी की मानसिकता के प्रतीक चिन्हों का कोई स्थान नहीं
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सीएम योगी ने कहा कि ऐसी कोई भी चीज जिससे दासता के मानसिकता की बू आती हो, उनको सरकार के द्वारा दूर की जाएगी. इस क्रम में सीएम योगी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “आगरा में निर्माणाधीन म्यूजियम को छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम से जाना जाएगा. आपके नए उत्तर प्रदेश में गुलामी की मानसिकता के प्रतीक चिन्हों का कोई स्थान नहीं. हम सबके नायक शिवाजी महाराज हैं”.
अखिलेश यादव सरकार ने 2015 में दी थी मंजूरी
बता दें कि इस परियोजना को पिछली अखिलेश यादव सरकार ने 2015 में मंजूरी दी थी. जो आगरा में ताजमहल के पास छह एकड़ के भूखंड पर बनकर तैयार हो रही है. संग्रहालय को मुगल संस्कृति, कलाकृतियों, चित्रों, भोजन, वेशभूषा, मुगल युग-हथियार और गोला-बारूद और प्रदर्शन कला पर केंद्रित किया गया था. लेकिन अब सीएम योगी के आदेश के बाद मुगलों के बदले छत्रपति शिवाजी के इतिहास पर इसे केंद्रित किया जाएगा.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya