UP News: बाढ़ में डूबे श्मशान घाट, सड़क पर हो रहे अंतिम संस्कार

Ganga Yamuna Flood: उत्तर प्रदेश में गंगा यमुना नदियों के बढ़ते जलस्तर की वजह से नदियों का पानी अब निचले इलाकों में भरने लगा है. इससे प्रयागराज का दारागंज श्मशान घाट डूब गया है. ऐसे में लोगों के लिए अंतिम संस्कार करना भी मुश्किल हो गया है. इस हाल में लोग सड़क पर अंतिम संस्कार करने के लिए विवश हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2021 7:07 PM

Ganga Yamuna Flood: उत्तर प्रदेश में बहनेवाली गंगा यमुना नदियों के बढ़ते जलस्तर की वजह से नदियों का पानी अब निचले इलाकों में भरने लगा है. इससे प्रयागराज का दारागंज श्मशान घाट डूब गया है. ऐसे में लोगों के लिए अंतिम संस्कार करना भी मुश्किल हो गया है. इस हाल में लोग सड़क पर अंतिम संस्कार करने के लिए विवश हैं.

प्रयागराज के संगम में दारागंज का घाट पानी में डूब गया है. इस हाल में जो लोग अंतिम संस्कार के लिए अपनों की लाशें लेकर आ रहे हैं, उन्हें सड़कों पर ही लाशों का दाह-संस्कार करना पड़ रहा है. आपको बता दें कि इस श्मशान घाट पर प्रयागराज के कई इलाकों से लोग शव लेकर पहुंचते हैं. ऐसे में यहां लोगों को कतार में लगना पड़ रहा है.

अंतिम संस्कार के लिए इस्तेमाल में लायी जानेवाली लकड़ियां सड़कों पर रखी गई हैं. लोग सड़क पर ही अंतिम संस्कार करने के लिए मजबूर है. स्स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक बाढ़ जैसी स्थिति बनी रहेगी, तब तक लोगों को ऐसी ही मजबूरी में सड़कों पर ही अंतिम संस्कार करना पड़ेगा.

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बता दें कि गंगा और यमुना नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही हैं. अगर बारिश का यही हाल रहा, तो जल्द ही दोनों नदियां खतरे के निशान को पार कर लेंगी. वहीं, प्रशासन का दावा है कि संभावित बाढ़ से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. बाढ़ के मद्देनजर कुल 98 बाढ़ चैकियां तथा 110 बाढ़ शरणालय बनाये गए हैं. बाढ़ के प्रभावी नियंत्रण के लिए कलेक्ट्रेट परिसर में कंट्रोल रूम खोला गया है.

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