UP News: मुख्तार अंसारी की अचानक तबीयत बिगड़ी, मेडिकल कॉलेज में कराया गया भर्ती, जानें अब कैसी है स्थिति

बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में मंगलवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 14, 2021 6:49 PM
an image

UP News: माफिया डॉन और बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की तबीयत बांदा जेल में मंगलवार दोपहर अचानक बिगड़ गई. आनन-फानन में उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. फिलहाल मुख्तार अंसारी की तबीयत ठीक है.


मुख्तार को 6 अप्रैल को बांदा जेल लाया गया

मुख्तार अंसारी को 6 अप्रैल को पंजाब की रोपण जेल से बांदा जेल लाया गया था. करीब पांच महीने के बाद उसे जेल से बाहर कहीं ले जाया गया है. हालांकि इस दौरान मऊ, आजमगढ़, प्रयागराज और बाराबंकी की अदालतों में उसकी पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई थी.

Also Read: मायावती का मुख्तार अंसारी को टिकट से इंकार, बीएसपी सुप्रीमो ने की ‘कानून के राज’ की स्थापना की घोषणा
मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध

मिली जानकारी के मुताबिक, मुख्तार अंसारी की मंगलवार सुबह तबीयत बिगड़ने पर जेल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन यहां हालत में कोई सुधार होता नहीं दिखा तो मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं. पुलिस और पीएसी के जवान तैनात हैं. मुख्तार की हालत गंभीर बताई जा रही है.

Also Read: मायावती ने काटा मुख्तार अंसारी का टिकट, तो ओवैसी ने दिया खुला ऑफर- जिस सीट से चाहें, वहां से लड़े चुनाव
मुख्तार की पहले भी बिगड़ चुकी है तबीयत

बता दें, इससे पहले भी बांदा जेल में मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ चुकी है. पंजाब की जेल में जाने से पहले भी मुख्तार अंसारी यहां बंद था. उस समय उसे लखनऊ में भर्ती कराया गया था. मुख्तार के भाई और सांसद अफजाल अंसारी ने आरोप था कि उन्हें चाय में जहर दिया गया था.

मीटिंग जारी

बांदा जेल अधीक्षक प्रभाकांत पांडेय ने बताया कि फिलहाल मीटिंग चल रही है. इसलिए इस बारे में कुछ स्पष्ट नहीं बताया जा सकता है. इससे पहले, मुख्तार अंसारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. एंटीजन कोविड टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी.

Also Read: सिबगतउल्ला अंसारी सपा में शामिल, बसपा सांसद बोले- मुख्तार-अफजाल भी जाएंगे तो भी पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा

Posted by : Achyut Kumar

Exit mobile version