गोरखपुरः 11 घर खाली कराये जाने को लेकर प्रशासन का आरोप- कुछ लोग दे रहे हैं धार्मिक रंग, सहमति से हो रहा है काम, जानिए क्या है पूरा मामला
गोरखनाथ मंदिर के दक्षिण पूर्वी कोने पर स्थित एक खास समुदाय के कुछ घरों को खाली कराय जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. लोगों का कहना है कि जबरन उन्हें जगह से हटाया जा रहा है. वहीं, इस मामले में प्रशासन का कहना है कि सभी की सहमति के बाद घर खाली कराए जाएंगे. प्रशासन ने ये भी कहा है कि सभी परिवारों को उचित मुआवजा भी दिया जा रहा है.
गोरखनाथ मंदिर के दक्षिण पूर्वी कोने पर स्थित एक खास समुदाय के कुछ घरों के खाली कराय जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. लोगों का कहना है कि जबरन उन्हें जगह से हटाया जा रहा है. वहीं, इस मामले में प्रशासन का कहना है कि सभी की सहमति के बाद घर खाली कराए जाएंगे. प्रशासन ने ये भी कहा है कि सभी परिवारों को उचित मुआवजा भी दिया जा रहा है. साथ ही उन्हें दूसरी जगह बसाने की व्यवस्था भी की जा रही है.
इधर, प्रशासन का इस मामले में कहना है कि, वहां रहने वाले 11 अल्पसंख्यकों में से नो घरों के लोगों ने पत्र पर सहमति जता दी है. जिसके बाद ही उन्हें दूसरी जगह बसाने की कवायद की जा रही है. हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी खबर के अनुसार, राज्य सरकार ने साफ कर दिया है कि वहीं रह रहे लोगों को सिर्फ सुरक्षा कारणों से दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है. जबकि उस इलाके में किसी भी धार्मिक निर्माण को क्षतिग्रस्त नहीं किया जाएगा.
सोशल मीडिय़ा से वायरल हुई खबरः घर खाली कराने का मामला उस समय प्रकाश में आया जब इसके लेकर सहमति पत्र वायरल हुआ. जिसमें लिखा हुआ था कि, सुरक्षा कारणों से गोरखनाथ मंदिर परिक्षेत्र में पुलिस बल की तैनाती को लेकर गोरखनाथ मंदिर के दक्षिण पूर्वी भाग में गोरखपुर तप्पा कस्बा परगना हवेली तहसील सदर जनपद स्थित हमलोग अपनी भूमि और भवन सरकार के पक्ष में हस्तान्तरित करने के लिए सहमत हैं. इसमें हमें कोई आपत्ति नहीं है. इसके साथ वहां रह रहे 11 में से नौ परिवार के लोगों के नाम अंकित हैं.
कुछ लोग दे रहे हैं धार्मिक रंगः वहीं मंदिर के पास रह रहे कुछ लोगों को वहीं से हटाये जाने को लेकर प्रशासन का कहना है कि कुछ लोग इस मामले को धार्मिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं. प्रशासन का कहना है कि केंद्र एवं राज्य की खुफिया एजेंसियों ने सुरक्षा के लिहाज से एक रिपोर्ट तैयार की है. उसी के आधार पर प्रशासन ये कदम उठा रहा है. ताकी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जा सके.
इस पूरे परिसर में ऐसे इंतजाम किए जा रहे है कि गेट पर ही किसी भी वाहन और व्यक्ति की जांच हो सके. इसके अलावा सुरक्षा के लिहाज से पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जा सके. इसकी को देखते हुए प्रशासन ने इन घरों को खाली कराने की तैयारी शुरू की है. प्रशासन का यह भी कहना ही सीएम की सुरक्षा के लिहाज से यह किया जा रहा है. एजेंसियों ने सीएम की सुरक्षा को खतरा बताया है.
Posted by: Pritish Sahay