Bareilly News: उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव 2022 को लोकसभा चुनाव 2024 का सेमीफाइनल माना जा रहा है. भाजपा से लेकर सपा, बसपा और कांग्रेस सेमीफाइनल जीतकर लोकसभा में एंट्री करने की कोशिश में है. मगर, इसी बीच यूपी नगर निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप), ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने भी ताल ठोक दी है.
यह तीनों पार्टियां संगठन बनाने के साथ ही प्रत्याशियों की तलाश में जुटी हैं. मगर, इनकी एंट्री से सेक्युलर दलों की बेचैनी बढ़ गई है. सियासी सूत्रों की मानें, तो यूपी में दो ही वोट हैं. एक भाजपा के साथ है, जो भाजपा को लाना चाहता है, तो दूसरा भाजपा के विरोध का. यूपी में नए सियासी दलों के आने से सेक्युलर दलों के वोट में सेंध लगने की उम्मीद जताई जा रही है. क्योंकि, बीजेपी का मजबूत वोट है, जो कहीं और ट्रांसफर होता नहीं दिख रहा है.
नगर निकाय चुनाव को लेकर आप ने सभाजीत सिंह को चुनाव समिति का अध्यक्ष बनाया है. वह लोगों को आम आदमी पार्टी की सदस्यता दिला रहे हैं. इसके साथ ही पार्टी के नगर निगम चुनाव मजबूती से लड़ने की बात कह रहे हैं. उनका कहना है की उत्तर प्रदेश में केजरीवाल मॉडल को जनता पसन्द कर रही है. इसके साथ ही एआईएमआईएम ने प्रत्याशियों का ऐलान शुरू कर दिया है. बरेली, रामपुर, मुरादाबाद आदि जिलों की निकाय में कई प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं.
आप ने नगर निकाय चुनाव की तैयारियां तेज कर दी हैं. पार्टी तीन नवंबर से लेकर 10 नवंबर 2022 तक यूपी में गंदगी हटाओ, झाड़ू चलाओ यात्रा निकालेगी.सभी नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में यह यात्रा आप कार्यकर्ता निकालेंगे.
नगर निकाय चुनाव में आप (AAP) सभी सीटों पर पूरी ताकत के साथ उतरेगी. पार्टी ने पार्षद, महापौर व चेयरमैन पदों पर चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों के लिए आवेदन फार्म भी जारी किए हैं. यह आवेदन फार्म निश्शुल्क मिल रहे हैं. आवेदन करने वाले लोगों में से योग्य उम्मीदवार का चयन प्रदेश चुनाव समिति ट्रिपल सी फार्मूले पर करेगी. ट्रिपल सी करप्शन, करेक्टर व क्रिमिनल से है, यानी व्यक्ति पर भ्रष्टाचार के आरोप न हों, साफ-सुथरा चरित्र हो और उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड न हो तभी वह टिकट पा सकेगा.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली