Bareilly News: उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव की सुगबुगाहट शुरू हो गयी है. हाल ही में सोशल मीडिया पर निकाय चुनाव का एक फर्जी कार्यक्रम भी जारी हो गया था. लेकिन माना जा रहा है कि यूपी निकाय चुनाव नवंबर में हो सकते हैं. नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों का आरक्षण और परिसीमन अक्टूबर तक फाइनल करने पर मंथन चल रहा है. इसके लिए सरकार से लेकर चुनाव आयोग तक अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं. निकाय चुनाव को लेकर सभी की निगाहें लगी हुई हैं. ऐसे में सूबे में निकाय चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. सभी सियासी दल लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल में जीत दर्ज करने की कोशिश में जुटे हैं.
उत्तर प्रदेश के स्थानीय निकाय चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो गया है. नगर निकायों के क्षेत्र का परिसीमन तेजी से चल रहा है और सीटों के आरक्षण पर मंथन चल रहा है. इस वर्ष के अंत में होने वाला नगर निकाय चुनाव लोकसभा चुनाव 2024 का सेमीफाइनल माना जा रहा है. इसके बाद लोकसभा चुनाव 2024 होना है. इसलिए सत्ताधारी भाजपा से लेकर विपक्षी दल सपा, बसपा और कांग्रेस ने भी अपनी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. नवंबर में चुनाव का नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है.
राज्य निर्वाचन आयोग निकाय चुनाव के लिए पहले सरकार को अधिसूचना का प्रस्ताव भेजेगी. इसके बाद सरकार अधिसूचना जारी करती है. हालांकि, अभी तक राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से निकाय चुनाव कराने के संबंध में कोई प्रस्ताव नहीं भेजा गया है क्योंकि राज्य सरकार नगर पंचायत के गठन के साथ ही नगर निकायों के सीमा विस्तार कार्यों को करने में लगी है. इसके बाद ही राज्य निर्वाचन आयोग राज्य सरकार अधिसूचना को प्रस्ताव भेजेगा.
यूपी में 2017 का नगर निकाय चुनाव वर्ष 2011 की जनगणना की आबादी के मुताबिक वार्ड का गठन, जातिवार जनसंख्या के आधार पर आरक्षण का फार्मूला तैयार किया गया था. मगर, इस बार स्थिति में बदलाव होने की उम्मीद है.
नगर पंचायतों में कम से कम 10 वार्ड रखे जाएंगे, जबकि अधिकतम 24 वार्ड रह सकते हैं. नगर पालिका में कम से कम 25 और अधिकतम 56 वार्ड होंगे जबकि नगर निगम में कम से कम 60 और अधिकतम 120 वार्ड रखने का प्रस्ताव है.
नगर निकायों में चुनाव की तैयारियां काफी तेजी से चल रही हैं. मगर दो दिन पहले नगर निकाय चुनाव का फर्जी कार्यक्रम सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.इसको लेकर काफी चर्चाएं शुरू हो गई. यह फर्जी वायरल पोस्ट पिछले चुनाव की बताई जा रही है.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद