यूपी में पंचायत चुनाव (UP Panchayat Chunav 2021) कब होंगे ? इस सवाल का जवाब जनता के साथ-साथ उम्मीदवार भी जानना चाहते है. इसी बीच सम्भावित प्रत्याशी व उनके समर्थक सोशल मीडिया में प्रचार प्रसार में जुट चुके हैं. कोई सोशल मीड़िया पर खुद को बेहतर बता रहा है तो कोई किसी की पोल खोलता नजर आ रहा है. कई सोशल मीड़िया ग्रुप भी बन चुके हैं जिसमें क्षेत्र के लोगों को जोड़कर उम्मीदवार प्रचार कार्य कर रहे हैं.
कुछ मैसेज ऐसे भी : कुछ ऐसे भी मैसेज देखने को मिल रहे हैं जिसमें लोगों से सजग रहने की अपील की जा रही है. मैसेज में लिखा जा रहा है कि प्रधान को वोट देने से पहले प्रधान के पीछे खड़ी टीम पर नजर दौड़ा लें. ये लोग गांव का विकास करेंगे या दादागिरी…समझदारी से काम लें…कई सम्भावित प्रत्याशी सोशल मीडिया पर ईमानदार प्रधान चुनने की अपील जनता से करते दिख रहे हैं.
यहां जुट रहे हैं सम्भावित प्रत्याशी : आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में ठंड का सीजन है. यहां सुबह और शाम लोग अलाव जलाकर ठंड को दूर कर रहे हैं. जब अलाव जलती है तो आसपास के लोग जुटते हैं और पंचायत चुनाव पर चर्चा होती है. इनके बीच सम्भावित प्रत्याशी भी पहुंच रहे हैं. वे लोगों से सहयोग करने की अपील कर रहे हैं.
कब होंगे पंचायत चुनाव : पिछले दिनों पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह का बयान आया. उन्होंने कहा है कि 15 फरवरी तक त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की अधिसूचना जारी कर दिया जाएगा जबकि मार्च के अंतिम सप्ताह से लेकर अप्रैल के प्रथम सप्ताह तक पंचायत चुनाव करा लिये जाएंगे. पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि मई तक जिला पंचायत अध्यक्षों और ब्लाक प्रमुखों की भी चुनावी प्रक्रिया पूरी करने का काम कर लिया जाएगा.
आरक्षण को लेकर असमंजस : कुछ दिन पूर्व प्रदेश के पंचायतीराज मंत्री चौधरी भूपेन्द्र सिंह ने ऐसे कुछ संकेत दिये हैं जिसके बाद उम्मीदवार चुनाव प्रचार की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं. दरअसल उन्होंने संकेतों में बताया कि क्षेत्र व जिला पंचायत में चक्रानुक्रम आरक्षण पूरा होने पर नये सिरे से आरक्षण तय करने का काम किया जा सकता है.
Posted By : Amitabh Kumar