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यूपी में पंचायत चुनाव के लिए जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और ग्राम प्रधान के पदों के लिए आरक्षण जारी किया गया
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कई जिलों के समीकरण बदल गये
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यूपी पंचायत चुनाव की तारीखों के ऐलान का इंतजार
उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (up panchayat chunav 2021) की आरक्षण सूची (reservation list )जारी करने का काम किया जा चुका है. जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत का आरक्षण जारी होने के बाद राजनीतिक हलचल तेज नजर आ रही है. राजनीति पार्टियों के साथ-साथ क्षेत्रीय स्तर पर पंचायत की राजनीति पर बारीकी से नजर रखने वाले भी अब सक्रिय हो गये हैं. आरक्षण जारी होने के बाद ऐसे कई दावेदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिन्होंने महीनों पहले से चुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी और चुनाव प्रचार में जुट गये थे. अब सूबे के लोगों को चुनाव की तारीख का इंतजार है जो जल्द ही किया जा सकता है.
आठ मार्च तक आपत्तियां मांगी : उत्तर प्रदेश शासन ने शुक्रवार को प्रदेश की त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की अनंतिम आरक्षण सूची जारी कर दी. शासन ने इस प्रस्तावित सूची पर आठ मार्च तक आपत्तियां मांगी हैं. अंतिम सूची का प्रकाशन 13 एवं 14 मार्च, 2021 को किया जाएगा. अपर मुख्य सचिव पंचायती राज मनोज कुमार सिंह ने मीडिया के समक्ष सूबे के 75 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष, 826 विकास खंडों में प्रमुख क्षेत्र पंचायत और 58,194 ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रधानों के चुनाव के लिए अनुसूचित जाति, पिछड़ा संवर्ग और महिला के अलावा सामान्य वर्ग के लिए निर्धारित कोटे की सूची जारी की.
16 सीटें आरक्षित : अपर मुख्य सचिव पंचायती राज के अनुसार प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए अनुसूचित जाति संवर्ग में छह महिला समेत कुल 16 सीटें आरक्षित की गई हैं. अन्य पिछड़ा वर्ग में सात महिला समेत कुल 20 सीटें आरक्षित की गई हैं जबकि महिलाओं के लिए 12 सीटों के अलावा 27 अन्य सीटें अनारक्षित की गई हैं. जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए सभी वर्गों की मिलाकर महिलाओं के लिए कुल 25 सीटें आरक्षित की गई हैं.
ये सीट पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित : अपर मुख्य सचिव द्वारा जारी सूची के मुताबिक शामली, बागपत, लखनऊ, कौशांबी, सीतापुर और हरदोई जिला पंचायत अध्यक्ष पद अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है. कानपुर नगर, औरैया, चित्रकूट, महोबा, झांसी, जालौन, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, रायबरेली और मिर्जापुर जिला पंचायत अध्यक्ष पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया है. इसके अलावा संभल, हापुड़, एटा, बरेली, कुशीनगर, वाराणसी और बदायूं जिला पंचायत अध्यक्ष पद अन्य पिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है. जबकि आजमगढ़, बलिया, इटावा, फर्रुखाबाद, बांदा, ललितपुर, आंबेडकर नगर, पीलीभीत, बस्ती, संतकबीरनगर, चंदौली, सहारनपुर और मुजफ्फरनगर जिला पंचायत अध्यक्ष पद अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है.
ये जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अनारक्षित : जारी सूची के अनुसार कासगंज, फिरोजाबाद, मैनपुरी, मऊ, प्रतापगढ़, कन्नौज, हमीरपुर, बहराइच, अमेठी, गाजीपुर, जौनपुर और सोनभद्र जिला पंचायत अध्यक्ष पद महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है. अलीगढ़, हाथरस, आगरा, मथुरा, प्रयागराज, फतेहपुर, कानपुर देहात, गोरखपुर, देवरिया, महाराजगंज, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, अयोध्या, सुल्तानपुर, शाहजहांपुर, सिद्धार्थ नगर, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर, अमरोहा, मेरठ, बुलंदशहर, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, उन्नाव और भदोही जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अनारक्षित किया गया है.
कुल पांच सीटें आरक्षित : सूची के मुताबिक ब्लॉक प्रमुखों के लिए कुल 826 सीटों में अनुसूचित जनजाति की महिलाओं के लिए चार सीटों समेत इस संवर्ग के लिए कुल पांच सीटें आरक्षित की गई है जबकि अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिए 86 सीटों समेत इस संवर्ग के लिए कुल 171 सीटें आरक्षित की गई हैं. इसी तरह ब्लॉक प्रमुख की अन्य पिछड़ा वर्ग में महिलाओं के लिए 97 सीटों समेत इस संवर्ग में कुल 223 सीटें आरक्षित की गई हैं. प्रदेश में 113 सीटें महिलाओं के लिए और 314 सीटें अनारक्षित हैं. सिंह के अनुसार प्रदेश में 58,194 ग्राम पंचायतों में से ग्राम प्रधान की 19,659 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं. यूपी में पंचायत चुनाव तथा News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
भाषा इनपुट के साथ
Posted By : Amitabh Kumar