यूपी पंचायत चुनाव : जीतकर ससुराल पहुंची दुल्हनिया पूनम शर्मा का पूरे गांव ने किया स्वागत
यूपी पंचायत चुनाव : दुल्हन के जोड़े में बीडीसी का प्रमाण पत्र लेने पहुंची पूनम शर्मा ने वो कर दिखाया जो दौलत और ताकत से नहीं बल्कि अपनी मेहनत व जज्बे से हासिल होता है. जिस समय पूनम की शादी की रस्में पूरी हो रही थीं उसी दौरान चुनाव परिणाम आ गये.
यूपी पंचायत चुनाव: दुल्हन के जोड़े में बीडीसी का प्रमाण पत्र लेने पहुंची पूनम शर्मा ने वो कर दिखाया जो दौलत और ताकत से नहीं बल्कि अपनी मेहनत व जज्बे से हासिल होता है. जिस समय पूनम की शादी की रस्में पूरी हो रही थीं उसी दौरान चुनाव परिणाम आ गये.
क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव जीतने की खबर मिलते ही पूनम शादी की रस्में रोककर जीत का प्रमाण पत्र लेने मतगणना स्थल पर पहुंच गईं. लौटकर शादी की रस्में पूरी की और विदा होकर अपनी ससुराल आयी. ससुराल में घर वालों ने दुल्हन का स्वागत किया तो गांव वालों ने नेता का. गांव वालों ने मुंह दिखाई के साथ ही दुल्हनिया को बीडीसी का चुनाव जीतने की बधाई भी दी.
शाही के गांव बफरी अब्दुल नबीपुर के रहने वाले तिरन पाल शर्मा के पुत्र देवेश की बरात 2 मई को जनपद रामपुर के मिलक थाना क्षेत्र के गांव मोहम्मद जदीद गई थी. दुल्हन पूनम ने क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था. एक तरफ शादी की रस्में चल रही थीं वहीं दूसरी तरफ मतगणना स्थल पर वोट गिने जा रहे थे. जीत की खबर मिलते ही पूनम दुल्हन के लिबास में मतगणना स्थल पहुंची और जीत का प्रमाण पत्र लिया. जीतने के बाद ससुराल अब्दुल नबीपुर गांव पहुंची.
Also Read: धौनी के घर आया नया मेहमान, पत्नी साक्षी ने वीडियो शेयर कर दी जानकारी
परिजनों और गांव वालों ने दुल्हन का स्वागत किया तो इस्तकबाल एक नेता के रूप में भी हुआ. मायके पहुंची पूनम ने बताया कि वह आठ बहनों में से दूसरे नंबर की है. इंटर तक पढ़ाई की है. भाई न होना और आठ लड़कियों की परवरिश भट्ठे पर मुंशी का काम करने वाले पिता किस तरह उठा रहे थे यह गांव में किसी से छिपा नहीं था.
लड़कियां भी लड़कों से कम नहीं यह सोचकर पूनम ने मिलक ब्लॉक के सदस्य के रूप में पर्चा भरा. सुबह से शाम तक चुनाव प्रचार के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण उनके साथ रहते थे. चुनाव में जहां दूसरे प्रत्याशियों ने धनबल बाहुबल का इस्तेमाल किया लेकिन जनता ने ऐसे लोगों को नकार दिया. पूनम कहती हैं कि उनका प्रयास रहेगा कि गरीब परिवारों की बेटियों को सरकारी मदद मिले. ब्लॉक की बैठकों में वह क्षेत्र की समस्याओं को जोर-शोर से रखेंगी. इस बाबत उनके पति देवेश ने भी पत्नी के राजनीतिक सफर में पूरा साथ देने का भरोसा दिलाया.