उत्तर प्रदेश में पांच साल पहले गांवों में चुनी गई सरकार के अधिकार समाप्त हो चुके हैं. यहां त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (up panchayat elections ) के लिए अभी तक तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन जिला प्रशासन इसकी तैयारियों में जुट गईं हैं. इसी बीच पीलीभीत के बरखेड़ा थाना क्षेत्र से एक बड़ी खबर आ रही है. यहां फर्जी मतदाता नहीं बनाने पर एक बूथ स्तर अधिकारी (बीएलओ) की शुक्रवार को कथित रूप से पीट-पीटकर (BLO beaten to death ) हत्या कर दी गई, लेकिन पुलिस इस मामले को संदिग्ध मान रही है.
पुलिस ने गांव के ही एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इस संबंध में पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश ने कहा कि कि बीएलओ की अचानक तबियत खराब हुई थी और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में किसी प्रकार के चोट के निशान नहीं पाए गए हैं लेकिन शनिवार को मुक़दमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की गम्भीरता से जांच की जा रही है.
बरखेड़ा के थानाअध्यक्ष कमल सिंह ने मिली तहरीर के आधार पर बताया क्षेत्र के गांव भेसहा गवालपुर निवासी सूरजपाल वर्मा (45 वर्ष) बरखेड़ा ब्लाक क्षेत्र के गांव कबूलपुर में अनुदेशक के पद पर तैनात थे, पंचायत चुनाव नजदीक आने के मद्देनजर उन्हें बीएलओ की जिम्मेदारी दी गई थी. उन्होंने बताया कि आरोप है गांव के दबंग व्यक्ति ने उन पर फर्जी मतदाता बनाने का दबाव बनाया लेकिन इनकार करने पर दबंग विद्यालय में बच्चों के सामने ही गाली गलौज करने लगा.
सिंह ने बताया कि तहरीर के मुताबिक अनुदेशक सूरजपाल ने गाली गलौज करने से मना किया तो दबंग पल्लव जायसवाल ने गला पकड़कर घसीटते हुए उन्हें विद्यालय के कमरे में बंद किया और उनके साथ रात घूसों से जमकर मारपीट की, पिटाई के बाद अनुदेशक के अचेत होने पर उसे छोड़कर पल्लब जायसवाल भाग गया. ग्रामीणों की सूचना पर घटनास्थल पर पहुंचे पुत्र संजय को सूरजपाल ने जिला अस्पताल ले जाते समय ने बताया कि गांव के पल्लव जायसवाल फर्जी मतदाता बनाने का दबाव बना रहे थे जब उन्होंने इससे मना किया तो उनके साथ मारपीट की.
जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने अनुदेशक को मृत घोषित कर दिया. बरखेड़ा पुलिस ने मृतक के पुत्र की ओर से मिली तहरीर के आधार पर शनिवार को पल्लव जायसवाल के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है.
Posted By : Amitabh Kumar