मिशन 2022 : सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिले आप सांसद संजय सिंह, यूपी में तेज हुई सियासी सरगर्मी

UP Politics News : उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में सियासी सरगर्मी तेज होने लगी है. भारतीय जनता पार्टी को शिकस्त देने के इरादे से प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता एक-दूसरे से मुलाकात कर रहे है. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से आप नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह के मुलाकात को अहम माना जा रहा है. सियासी गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा गरम है कि क्या यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर बात बन सकती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 3, 2021 6:58 PM
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UP Politics News : उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में सियासी सरगर्मी तेज होने लगी है. भारतीय जनता पार्टी को शिकस्त देने के इरादे से प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता एक-दूसरे से मुलाकात कर रहे है. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से आप नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह के मुलाकात को अहम माना जा रहा है. सियासी गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा गरम है कि क्या यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर बात बन सकती है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आप सांसद संजय सिंह शनिवार को अचानक लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी के दफ्तर पहुंच गए और उन्होंने सपा अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से मुलाकात की. सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि राज्यसभा सांसद संजय सिंह पूर्व सीएम अखिलेश यादव को उनके जन्मदिन की बधाई देने वहां पहुंचे हैं. वहीं, सियासी गलियारों में इस मुलाकात को अहम माना जा रहा है.

दोनों प्रमुख नेताओं के बीच आज संपन्न हुई मुलाकात के एक दिन पहले ही बहुजन समाज पार्टी ( BSP) सुप्रीमो मायावती ने कहा था कि समाजवादी पार्टी की यह लाचारी है कि वह उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव छोटी पार्टियों के साथ मिलकर लड़ेगी. मायावती ने कहा कि सपा ऐसा इसलिए करने पर मजबूर हैं, क्योंकि देश की अधिकतर बड़ी व प्रमुख पार्टियां चुनाव में इनसे किनारा करना ही ज्यादा बेहतर समझती हैं.

अपने ट्वीट में मायावती ने लिखा था, समाजवादी पार्टी की घोर स्वार्थी, संकीर्ण व खासकर दलित विरोधी सोच और कार्यशैली आदि के कड़वे अनुभवों और इसके भुक्तभोगी होने के कारण देश की अधिकतर बड़ी व प्रमुख पार्टियां चुनाव में इनसे किनारा करना ही ज्यादा बेहतर समझती हैं, जो सर्वविदित है. बता दें कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव में किसी भी बड़े राजनीतिक दल से गठबंधन से साफ इन्कार कर चुके हैं. उन्होंने कुछ समय पहले कहा था कि समाजवादी पार्टी छोटी पार्टियों के साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतरेगी.

वहीं, उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी अपनी सियासी सक्रियता बढ़ाने में लगातार जुटी हुई है. आप नेता संजय सिंह यूपी के प्रभारी भी हैं और इसी के मद्देनजर आज अखिलेश सिंह से उनकी मुलाकात को अहम माना जा रहा है. किसान आंदोलन से लेकर राम मंदिर के मसले पर आप नेता संजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा था. आम आदमी पार्टी ने राम मंदिर जमीन खरीद में हुए घोटाले में भाजपा के मेयर, ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय समेत नौ लोगों के खिलाफ अयोध्या की नगर कोतवाली तहरीर देकर सभी आरोपियों के खिलाफ एफआईआर करने की सोमवार को मांग की थी.

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