प्रदेश की जनता को मिली 150 नई बसें, सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिखायी हरी झंडी

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के बेड़े में बुधवार को 150 नयी बसें शामिल हो गयी. यूपी के प्रत्येक जिले को दो-दो नई बसें दी गयी है. इसके साथ सीएम योगी आदित्यनाथ ने कई नई सुविधाओं का शिलान्यास भी किया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 10, 2022 8:12 PM
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Lucknow: सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास से बुधवार को परिवहन विभाग की 150 नई बीएस-6 बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. उन्होंने इस मौके पर कहा कि जब सामान्य नागरिक घर से बाहर कहीं जाता है, वह परिवहन निगम की बसों से अपने गन्तव्य तक पहुंचता है. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम का एक लंबा इतिहास है, लेकिन समय के अनुरूप निगम की व्यवस्था को प्राफेशनल तरीके से आगे नहीं बढ़ाया जा सका.

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 में प्रयागराज कुम्भ के दौरान श्रृद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रदेश सरकार ने जिन बसों को खरीदा था, उन बसों को बाद में परिवहन निगम को दे दिया गया था. उन बसों ने सदी की सबसे बड़ी महामारी कोविड-19 के दौरान बेहतरीन तरीके से अपनी सेवाएं प्रदेश में दी थी. कोरोना काल में लगभग 01 करोड़ प्रवासी कामगार व श्रमिकों को परिवहन निगम की बसों के माध्यम से प्रदेश में लाने तथा प्रदेश से उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों एवं अन्य राज्यों की ओर भेजने में राज्य सरकार सफल रही.

इनमें 40 लाख प्रवासी कामगार व श्रमिक उत्तर प्रदेश से जुड़े थे. जबकि लगभग 30 लाख बिहार राज्य के थे. झारखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और असम की ओर से मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड की ओर जाने वाले अनेक प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को उनके गन्तव्य तक पहुंचाने में परिवहन निगम ने निःशुल्क अपनी सेवाएं दीं.

सीएम ने इस मौके पर झांसी, बरेली एवं अलीगढ़ के ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड टेस्टिंग इंस्टीट्यूट, बरेली के ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक, फिरोजाबाद के सारथी हॉल अलीगंज बस अड्डा (एटा), गाजीपुर बस अड्डा (गाजीपुर), नौझील बस अड्डा एवं जयसिंहपुरा-मथुरा बस अड्डा (मथुरा), कांठ बस अड्डा (मुरादाबाद), हैदरगढ़ बस अड्डा (बाराबंकी) एवं सिग्नेचर ग्रीन सिटी बस अड्डा (कानपुर) का लोकार्पण तथा बरेली बस अड्डा (बरेली) एवं गिलौला बस अड्डा (श्रावस्ती) का शिलान्यास भी किया.

उन्होंने कहा कि हमें तेजी के साथ अपने बस स्टेशनों को उच्चस्तरीय बस स्टेशनों के रूप में बदलना होगा। यह जरूरी नहीं है कि प्रत्येक जगह रेल कनेक्टिविटी हो. ऐसी स्थिति में प्रदेश के लगभग 01 लाख 10 हजार से अधिक राजस्व गांवों को जोड़ने के लिए परिवहन निगम की बसें या उनसे अनुबंधित बसें सबसे उपयुक्त माध्यम हैं. हमें अपने बस अड्डों को हवाई अड्डों की तरह विकसित करना होगा.

परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने कहा कि परिवहन विभाग संकट का साथी है. विभाग में भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था को सुनिश्चित किया गया है. इस मौके पर प्रमुख सचिव परिवहन एम वेंकटेश्वरलू, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अध्यक्ष उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम आरके तिवारी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद भी मौजूद थे.

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