Loading election data...

पानी सैम्पल की एफटीके जांच में UP अव्वल, ‘रेस’ में छत्तीसगढ़, केरल, झारखंड, उड़ीसा और एमपी पिछड़े

एफटीके/FTK किट से की गई जांच में 69,279 पानी के सैम्पल दूषित पाए गए हैं. 12,919 जगह आवश्यक कार्रवाई की गई है. जन-जन तक नल से शुद्ध पानी पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश भर में हर गांव में पांच-पांच महिलाओं को पानी की जांच के लिए प्रशिक्षित करने का अभियान शुरू कर रखा है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 9, 2022 4:36 PM
an image

Lucknow News: प्रदेश में हर घर जल पहुंचाने के अभियान के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में की जा रही पानी सैम्पल की जांच में भी यूपी पहले स्थान पर है. जलशक्ति मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी ने छत्तीसगढ़, केरल, झारखंड, उड़ीसा और एमपी जैसे राज्यों को पानी सैम्पल की जांच में पछाड़ दिया है. 20756 गांव में यूपी की महिलाओं ने 11,97,890 पानी के सैम्पलों की जांच पूरी कर ली है.

हर गांव में पांच-पांच महिला कर रहीं जांच

जानकारी के मुताबिक, एफटीके/FTK किट से की गई जांच में 69,279 पानी के सैम्पल दूषित पाए गए हैं. 12,919 जगह आवश्यक कार्रवाई की गई है. जन-जन तक नल से शुद्ध पानी पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश भर में हर गांव में पांच-पांच महिलाओं को पानी की जांच के लिए प्रशिक्षित करने का अभियान शुरू कर रखा है. यूपी के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने इस उपलब्धि पर विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों और गांव में पानी की जांच कर रहीं महिलाओं को बधाई देते हुए कहा, ‘हर घर जल देने में भी हम बहुत जल्द सबसे आगे होंगे. उत्तर प्रदेश को विकास के हर क्षेत्र में सबसे आगे होना है.’

टॉप 10 से बाहर था यूपी

भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय की रिपोर्ट में छत्तीसगढ़ में 17823 गांव में महिलाओं ने 11,60,940 पानी सैम्पल की जांच की है. छत्तीसगढ़ दूसरे स्थान पर है. एफटीके किट से पानी जांच के मामले में तीसरे पायदान पर केरल, चौथे पर ओडीसा और पांचवें स्थान पर मध्य प्रदेश है. राज्य सरकार की निरंतर निगरानी और नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की कार्ययोजना ने यूपी के इस अभियान को नई रफ्तार दे दी है. कुछ दिनों पहले तक टॉप 10 से बाहर रहने वाले यूपी ने तेजी से आगे बढ़ते हुए देश में नंबर एक स्थान पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है.

Exit mobile version