UP Vidhansabha: सर्वदलीय बैठक के बाद विपक्षी दलों ने किया विरोध का इशारा, कई मुद्दों पर घिरेंगे ‘सरकार’

विधानसभा में सपा के मुख्य सचेतक मनोज कुमार पांडेय ने मीडिया से कहा कि कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर सरकार लगातार फेल हो रही है. प्रदेश में आपराधिक घटनाएं बढ़ गई हैं. महिला उत्पीड़न के मामलों में उछाल आया है. हर स्तर पर आमजन का शोषण हो रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 18, 2022 6:33 PM

UP Vidhansabha Monsoon Session: यूपी विधानमंडल का मानसून सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है. इस बार भी विपक्ष ने सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है. मानसून सत्र में विपक्ष कानून-व्यवस्था समेत अन्य मुद्दों को लेकर सरकार पर हमलावर रूख अपनाएगा. वहीं, सर्वदलीय बैठक में यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि विधानसभा की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने के लिए सबको अहम भूमिका निभानी होगी.

कई मुद्दों पर घेरेगा विपक्षी दल 

जानकारी के मुताबिक, सपा, बसपा व कांग्रेस ने हाल ही में लखीमपुर खीरी, गोंडा समेत अन्य जिलों में हुई घटनाओं को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी की है. विपक्ष महंगाई, बेरोजगारी, महिला उत्पीड़न की घटनाओं में वृद्धि, किसानों की समस्याओं, संविधान की अनदेखी आदि का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाएगा. सत्र को लेकर रविवार को सर्वदलीय बैठक हुई. सर्वदलीय बैठक में सपा नेताओं और आजम खां के खिलाफ दर्ज फर्जी मुकदमों की जांच कराने का अनुरोध किया गया है. यानी इस बार के सत्र में सपा की ओर से हंगामा होना तय माना जा रहा है.


आपराधिक घटनाएं बढ़ गई

विधानसभा में सपा के मुख्य सचेतक मनोज कुमार पांडेय ने मीडिया से कहा कि कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर सरकार लगातार फेल हो रही है. प्रदेश में आपराधिक घटनाएं बढ़ गई हैं. महिला उत्पीड़न के मामलों में उछाल आया है. हर स्तर पर आमजन का शोषण हो रहा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि सपा कार्यकर्ताओं का अलग-अलग तरीके से उत्पीड़न किया जा रहा है. महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है. मगर ये सरकार सिर्फ अपनी वाहवाही करने में लगी हुई है. सरकार ने जनता से किए गए वादे पूरे नहीं किए हैं. यूपी में विकास कार्य पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है.

मुद्दे सदन में उठाए जाएंगे

उन्होंने कहा कि विपक्ष जनहित से जुड़े मुद्दों को सदन में जोरदार तरीके से उठाएगा. कांग्रेस विधायक वीरेंद्र चौधरी का कहना है कि सदन में कानून-व्यवस्था, महंगाई, महिला उत्पीड़न, सूखे के कारण परेशान किसानों के मुद्दे प्रमुखता से उठाए जाएंगे. उधर, बसपा के एकमात्र विधायक उमाशंकर सिंह कहते हैं कि इस समय कानून-व्यवस्था बड़ा मुद्दा है. लखीमपुर खीरी का कांड सबने देख ही लिया है. इसके अलावा महंगाई से जनता की हालत खराब है. ये मुद्दे सदन में उठाए जाएंगे.

नया प्रयोग : एक दिन महिलाओं के नाम

मानसून सत्र के दौरान इस बार एक दिन सिर्फ महिलाओं के नाम होगा. विधानसभा सत्र में इस दिन केवल महिला सदस्यों को बोलने में प्राथमिकता दी जायेगी. महिला उत्थान, सशक्तिकरण, साक्षरता, स्वास्थ्य, लैंगिक समानता जैसे विषयों पर महिला सदस्य अपनी और जनता की बात रखेंगी. इसमें दिनभर और कोई विधायी कार्य नहीं होगा. केवल दिन भर इसी मुद्दे पर महिला सदस्य चर्चा करेंगी. विधानसभा का मानसून सत्र 19 सितंबर से शुरू होना है. विधानसभा चुनाव 2022 में 47 महिला विधायक जीत कर आईं हैं. इस बीच सत्र की तैयारियों के लिए 18 सितंबर को कार्यमंत्रणा समिति, सर्वदलीय बैठक व सुरक्षा संबंधी बैठकें होंगी.

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