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…तो क्या 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में भी विपक्ष का हो जाएगा सूपड़ा साफ? फिलहाल, जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के रिजल्ट तो दे रहे यही संकेत!

UP Zila Panchayat Election 2021 उत्तर प्रदेश जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 75 में से 67 सीटों पर जीत का परचम लहरा दिया है. भाजपा ने समाजवादी पार्टी के 63 सीटों के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है. यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भाजपा को मिली इस जीत के राजनीतिक मायने तलाशे जा रहे है. सियासी गलियारों में इस चुनाव परिणाम को इसलिए अहम बताया जा रहा है, क्योंकि राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में इस चुनाव को यूपी के सियासी गलियारे में सेमीफाइनल की तरह देखा जा रहा था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 3, 2021 10:08 PM

UP Zila Panchayat Election 2021 उत्तर प्रदेश जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 75 में से 67 सीटों पर जीत का परचम लहरा दिया है. भाजपा ने समाजवादी पार्टी के 63 सीटों के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है. यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भाजपा को मिली इस जीत के राजनीतिक मायने तलाशे जा रहे है. सियासी गलियारों में इस चुनाव परिणाम को इसलिए अहम बताया जा रहा है, क्योंकि राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में इस चुनाव को यूपी के सियासी गलियारे में सेमीफाइनल की तरह देखा जा रहा था.

दरअसल, यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष पद की रिकॉर्ड सीटें जीतकर भाजपा ने बाकी दलों का सूफड़ा साफ कर दिया है. वहीं, अखिलेश यादव की पार्टी सपा केवल छह सीटें जीत सकी, जबकि बाकियों को चार सीटों पर जीत मिली है. 2015 में यूपी की आधी से ज्यादा सीटों पर राज करने वाली समाजवादी पार्टी को इस चुनाव में करारा झटका लगा है. सपा के मैनपुरी जिले में भी भाजपा ने सेंधमारी की है और सपा का किला ढहा दिया है. वहीं, इस चुनाव में कांग्रेस को भी झटका लगा है. सोनिया गांधी की ससंदीय सीट रायबरेली में भाजपा को जीत मिली है. हालांकि, बागपत में रालोद ने कब्जा बरकरार रखा है.

पहली बार जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में 67 जिलों में भाजपा को अपना जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने की खुशी मिली है. जानकारी के मुताबिक पिछले चुनाव में भाजपा को कुल तीन जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर जीत हासिल हुई थी. उससे पूर्व भी भाजपा को कभी इतनी बड़ी जीत नहीं मिली थी. राजनीतिक प्रेक्षकों की मानें तो इस जीत के बड़े संदेशों के साथ भाजपा की ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रियता और बढ़ेगी. इन सबके बीच पार्टी के अहम नेता भाजपा की इस जीत को 2022 की जीत बता रहे है. पार्टी नेताओं का दावा है कि भाजपा को 2022 के विधानसभा चुनाव में भी बड़ी कामयाबी मिलेगी.

वहीं, मीडिया रिपोर्ट में सपा के नेताओं के हवाले से बताया जा रहा है कि प्रदेश के कई जिलों में समाजवादी पार्टी का गणित निर्दलीय, तो कहीं बागियों ने बिगाड़ा है. पार्टी नेताओं का दावा है कि भाजपा ने सत्ता पक्ष का दुरुपयोग कर जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा किया है.

जानिए किस पार्टी को कौन सी सीटें मिली

मुजफ्फरनगर- भाजपा

फिरोजाबाद-भाजपा

बागपत-रालोद

हापुड़- भाजपा

बिजनौर- भाजपा

संभल-भाजपा

बरेली- भाजपा

उन्नाव-भाजपा

बदायूं- भाजपा

अलीगढ़- भाजपा

हाथरस- भाजपा

कासगंज- भाजपा

मथुरा- भाजपा

फिरोजाबाद- भाजपा

मैनपुरी- भाजपा

फर्रुखाबाद- भाजपा

कन्नौज- भाजपा

रामपुर-भाजपा

औरेया- भाजपा

कानपुर – भाजपा

प्रतापगढ़-जनसत्ता दल

जालौन- भाजपा

महोबा- भाजपा

हमीरपुर- भाजपा

कौशांबी- भाजपा

प्रयागराज- भाजपा

रायबरेली- भाजपा

एटा-सपा

हरदोई-भाजपा

लखनऊ- भाजपा

सीतापुर-भाजपा

अमेठी- भाजपा

बाराबंकी-भाजपा

लखीमपुर खीरी-भाजपा

अंबेडकर नगर- भाजपा

सुल्तानपुर-भाजपा

अयोध्या- भाजपा

बस्ती-भाजपा

सिद्धार्थनगर- भाजपा

संतकबीर नगर-सपा

महराजगंज- भाजपा

कुशीनगर-भाजपा

देवरिया- भाजपा

आजमगढ़-सपा

बलिया- सपा

गाजीपुर- भाजपा

चंदौली- गिनती जारी

भदोही- भाजपा

मिर्जापुर- भाजपा

सोनभद्र- अपना दल

जौनपुर-निर्दलीय(श्रीकला रेड्डी)

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