UPMSP UP Board Exam 2023: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा के आयोजन में अब बहुत कम समय बाकी है. ऐसे में प्रशासन अब नकल माफियाओं पर लगाम कसने और निष्पक्ष तरीके से परीक्षा कराने को लेकर एक के बाद एक बड़ा कदम उठा रहा है. इस बीच प्रशासन ने परीक्षा केंद्रों को लेकर एक और बड़ा फैसला लिया है. बोर्ड ने विशेष निगरानी की आवश्यकता वाले एग्जाम सेंटर की सूची तैयार की है, जहां सहायक सचिवों और उप सचिवों के भौतिक सत्यापन कराने के निर्देश दिए हैं.
दरअसल, राज्य के अधिकाश जिलों में विशेष निगरानी की आवश्यकता वाले विद्यालयों की लिस्ट तैयार की है. बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने क्षेत्रीय कार्यालय के सहायक सचिवों और उप सचिवों को जांच सौंपी है. जांच के लिए क्षेत्रीय कार्यालयों से अफसरों को भेजा गया है. साथ ही जल्द जांच पूरी करने के निर्देश दिए हैं.
वहीं, बोर्ड परीक्षा के लिए अलग-अलग जिलों में कंट्रोल रूम बनाए जा रहे हैं. आगरा जिले में बोर्ड परीक्षा के लिए इस बार करीब 1 लाख 25 हजार छात्र-छात्राएं शामिल होंगे. परीक्षा के आयोजन के लिए जिले में करीब 163 स्कूल केंद्र बनाए गए हैं. ऐसे में शिक्षा विभाग नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए पूरी तरह से तैयारियों में जुटा हुआ है. जहां परीक्षा होनी है. उन स्कूलों के कमरों में सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं, और उन सभी सीसीटीवी कैमरों को शिक्षा विभाग के नियंत्रण कक्ष से जोड़ दिया गया है. साथ ही इन कैमरों में वॉइस रिकॉर्डिंग भी लगा दी गई है, ताकि बोलकर कराई जाने वाली नकल पर भी लगाम लग सके.
बोर्ड परीक्षा से पहले सभी जिला मजिस्ट्रेटों को परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरों की कार्यक्षमता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. डीएम और पुलिस कर्मियों को एसटीएफ से संपर्क स्थापित कर नकल माफियाओं की पहचान करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है. सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के 15 मिनट पहले परीक्षा केंद्रों में प्रवेश करना होगा, इसके बाद किसी भी छात्र को परीक्षा कक्ष में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा.
यूपी बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्र स्टैटिक मजिस्ट्रेट और आंतरिक और बाहरी दोनों केंद्र अधीक्षकों के समक्ष खोले जाएंगे. जिस स्ट्रांग रूम में प्रश्न पत्र रखे गए हैं, उसकी सुरक्षा के लिए डीएम व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आवश्यक इंतजाम करेंगे. सोशल मीडिया पर फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस साल, 16 फरवरी से शुरू होने वाली यूपी बोर्ड परीक्षाओं के लिए 58 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया है. इनमें से 31.2 लाख छात्र 10वीं कक्षा और 27.5 लाख छात्र 12वीं कक्षा के हैं.