यूपीपीसीबी ने उत्तर प्रदेश मेट्रो कॉरपोरेशन पर लगाया लाखों रुपए का जुर्माना, जानें क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा शहर में मेट्रो के लिए रेल लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है. पिछले साल उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने अक्टूबर के महीने में करीब 6 दिन तक मेट्रो के चलने वाले काम का जायजा लिया था.
Agra News: ताजनगरी में मेट्रो का काम कर रही उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन पर यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने करीब 29.25 लाख का जुर्माना लगाया है. प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने यह जुर्माना पीएससी मैदान में मेट्रो शेड के निर्माण और फतेहाबाद रोड पर रेल लाइन बिछाने के दौरान प्रदूषण रोकने के लिए किए जाने वाले उपाय में लापरवाही बरतने पर लगाया है. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने यूपीएमआरसी पर 78 दिनों तक पर्यावरण को क्षति पहुंचाने का आरोप लगाते हुए यह कार्रवाई की है.
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा शहर में मेट्रो के लिए रेल लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है. पिछले साल उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने अक्टूबर के महीने में करीब 6 दिन तक मेट्रो के चलने वाले काम का जायजा लिया था. और मेट्रो द्वारा प्रदूषण को रोकने के लिए किए जा रहे उपायों की समीक्षा की थी. यूपीपीसीबी की तरफ से आई टीम में 11 नवंबर को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के प्रभारी अधिकारी व पर्यावरण अभियंता ने निरीक्षण किया था. वहीं दूसरी तरफ यूपीएमआरसी के परियोजना प्रबंधक को पिछले साल 14 सितंबर, 1 नवंबर और 11 नवंबर को धूल नियंत्रण के प्रभावी उपाय करने के लिए बोर्ड की तरफ से एक पत्र भी भेजा गया था.
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उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय प्रभारी अधिकारी डॉ विश्वनाथ शर्मा ने बताया कि यूपीएमआरसी द्वारा शेड निर्माण व रेल लाइन बिछाने के दौरान धूल नियंत्रण को रोकने के उचित इंतजाम नहीं किए गए थे. इसके बाद राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेश पर पर्यावरणीय क्षतिपूर्ति यूपीएमआरसी पर अधिरोपित की गई है. मेट्रो के प्रोजेक्ट मैनेजर को वायु प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण अधिनियम के तहत नोटिस भेजा गया है.
दूसरी तरफ आगरा मेट्रो के प्रोजेक्ट मैनेजर अरविंद कुमार का कहना है कि अभी तक हमें कोई भी नोटिस नहीं मिला है. हम पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सभी उपाय अपना रहे हैं. हम व्हील वाश प्लांट और स्मोक गन का प्रयोग भी लगातार कर रहे है. और हमारे निर्माण कार्य में किसी भी तरह का प्रदूषण नहीं हो रहा. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 14 सितंबर 2021 से 30 सितंबर 2021 तक कुल 78 दिनों के लिए यूपीएमआरसी पर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के चलते क्षतिपूर्ति के रूप में 29.25 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है. यूपीएमआरसी को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है.
रिपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत