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UPSRTC का नए साल में तोहफा, जिला मुख्यालयों से लखनऊ को सीधे जोड़ेगी राजधानी एक्सप्रेस, ऐसा होगा सफर…

इस सेवा के शुरू होने के बाद लोग पहले से कम समय में लखनऊ और फिर वापस अपने जनपद पहुंच सकेंगे. इससे उनके समय की काफी बचत होगी. अभी तक कई जिलों से लखनऊ पहुंचने में लोगों का पूरा दिन लग जाता है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 25, 2022 4:45 PM

Lucknow: उत्तर प्रदेश के​ जनपद मुख्यालयों से राजधानी लखनऊ तक की कनेक्टिविटी अब पहले से ज्यादा बेहतर होगी. सभी जिला मुख्यालयों से लोग पहले से कम समय में राजधानी लखनऊ पहुंच सकेंगे, इसी तरह उनकी वापसी का सफर भी छोटा होगा. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) नये साल में राजधानी एक्सप्रेस बस सेवा शुरू करने जा रहा है. यह सर्विस सभी जिला मुख्यालयों को लखनऊ से बेहतर तरीके से जोड़ेगी. रास्ते में इस बस के स्टॉपेज भी बेहद कम होंगे, जिससे यात्री कम समय में गंतव्य तक पहुंच सकें.

हर जिले से लखनऊ आते हैं यात्री

रोडवेज अफसरों के मुताबिक हर जिले से लखनऊ आने वाले लोगों की संख्या बेहद ज्यादा है. हर रोज किसी न किसी काम की वजह से ये लोग लखनऊ आते हैं. ऐसे में राजधानी एक्सप्रेस इनके लिए बेहद मददगार साबित होगी. इस सेवा के शुरू होने के बाद लोग पहले से कम समय में लखनऊ और फिर वापस अपने जनपद पहुंच सकेंगे. इससे उनके समय की काफी बचत होगी. अभी तक कई जिलों से लखनऊ पहुंचने में लोगों का पूरा दिन लग जाता है.

नए साल में शुरू होगी सर्विस

बताया जा रहा है कि यात्रियों को इसके लिए सिर्फ एक महीने और इंतजार करना होगा. कई जगहों से राजधानी एक्सप्रेस बस की समय सारिणी शासन को भेज दी गई है, जिस पर हरी झंडी मिलते ही बस का संचालन शुरू हो जाएगा.

वाराणसी में जनवरी माह से सेवा का शुभारंभ

वहीं वाराणसी परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी जिलों में यह बस सेवा नए साल के तोहफे के तौर पर जनवरी माह में ही शुरू की जा रही है. उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के वाराणसी परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक गौरव वर्मा ने बताया कि राजधानी एक्सप्रेस बस सेवा का मकसद है कि कम समय में जिलों के हेड क्वार्टर को राजधानी लखनऊ से जोड़ा जाए. इसके लिए शुरू होने वाली इस सेवा में कम से कम स्टॉपेज को रखना तय किया गया है. फिलहाल उनके क्षेत्र में आने वाले सभी जिलों ने बस सेवा शुरू होने वाली है.

नॉन एसी होगी बस

बताया जा रहा है कि बसों का बेड़ा जनवरी माह में ही मिल जाएगा, जिसमें प्रत्येक बस में 52-52 सीट होगी और यह बस नॉन एसी होगी. यह बस सेवा वाराणसी-लखनऊ, चंदौली-लखनऊ, सोनभद्र-मीरजापुर, लखनऊ और अंतिम शक्तिनगर-विंध्य नगर- प्रयागराज-लखनऊ के रूट पर चलेगी. इसी क्रम में इनकी वापसी का भी सफर होगा.

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लंबे रूट पर दो-दो बसों का होगा परिचालन

रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक यात्रियों की सुविधा को देखते हुए लंबे रूट पर दो-दो बसों का परिचालन किया जाएगा. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर भविष्य में और भी बसों को बढ़ाया जा सकता है. इन बसों का किराया सामान्य से 10 प्रतिशत ज्यादा होगा और इसके टिकट को विंडो के अलावा ऑनलाइन भी प्राप्त किया जा सकेगा.

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