Lucknow: यूपीएसएसएससी (UPSSSC) की पीईटी-2022 ( Preliminary Eligibility Test) परीक्षा में अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर सॉल्वर बने 8 लोगों को यूपी एसटीएफ ने विभिन्न जिलों से गिरफ्तार किया गया है. इसमें उन्नाव से तीन, कानपुर, प्रयागराज से दो-दो और अमेठी से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.
यूपी के सभी 75 जिलों में यूपीएसएसएससी (UPSSSC) की पीईटी-2022 (Preliminary Eligibility Test) परीक्षा का आयोजन शनिवार को किया गया था. कुल 1899 परीक्षा केंद्रों पर चार पालियों में प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) का आयोजन किया गया था. इस परीक्षा में देश भर से 37,58,209 परीक्षार्थी भाग ले रहे हैं.
पीईटी (PET) परीक्षा को शुचितापूर्ण, पारदर्शी एवं नकल विहीन तरीके से कराये जाने के लिये अपर पुलिस महानिदेशक एसटीएफ, प्रभारी एसएसपी एसटीएफ के निर्देशन में पीईटी परीक्षा पर नजर रखी जा रही थी. एसपी एसटीएफ विमल कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम को आदर्श विद्या मंदिर गीतापुर थाना सदर कोतवाली उन्नाव में मूल अभ्यर्थी के स्थान पर पेशेवर सॉल्वर बैठाकर परीक्षा देने की सूचना मिली थी.
सूचना के आधार पर एसटीएफ की टीम ने प्रयागराज निवासी पुष्पेंद्र यादव, प्रयागराज निवासी अंकित कुमार मौर्य, पश्चिमी चंपारण बिहार निवासी सत्यम कुमार पांडेय को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार लोगों में पुष्पेंद्र यादव मूल अभ्यर्थी था. जबकि उसके स्थान पर बिहार का सत्यम कुमार पांडेय परीक्षा दे रहा था. जबकि अंकित मौर्या इनका सहयोगी था. आरोपियों के पास से तीन मोबाइल फोन, धर्मेंद्र कुमार, सौरभ कुमार और पुष्पेंद्र यादव का फर्जी आधार कार्ड बरामद हुआ है. इसके अलावा पुष्पेंद्र यादव के फर्जी एडमिट कार्ड की फोटो कॉपी भी बरामद हुई है.
एसटीएफ की पूछताछ में सत्यम ने बताया कि पश्चिमी चंपारन बिहार में उसकी मुलाकात आरा बिहार निवासी देव से मुलाकात हुई थी. देव का काम विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में मूल अभ्यर्थियों के स्थान पर साल्वर बैठाने का गिरोह है. उसी के माध्यम से उसकी मुलाकात शिवम शर्मा से हुई. जो फाफामऊ प्रयागराज का रहने वाला है. उसके माध्यम से ही वह कई लड़कों के स्थान पर बैठकर परीक्षा देता है. इसके बदले उसे 25 से 30 हजार रुपये प्रति परीक्षार्थी मिलता है.
सत्यम ने बताया कि वह ग्रुप-डी एवं रेलवे की परीक्षाओं में लगभग 15 लड़कों के स्थान पर परीक्षा दे चुका है. इस बार पुष्पेंद्र यादव के स्थान पर परीक्षा दे रहा था. सत्यम पहली पाली में पुष्पेंद्र यादव के स्थान पर बैठा था. जबकि दूसरी पाली में उसे किसी अन्य लड़के के स्थान पर बैठना था. अंकित कुमार मौर्या इस परीक्षा गैंग में सॉल्वर को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने और परीक्षा की समाप्ति तक बाहर के बारे में जानकारी देने के कार्य में लगा हुआ था. इसके पास से सत्यम का बैग भी बरामद हुआ.
इसके अलावा एसपी अमेठी की टीम ने रणवीर रंजय पीजी कॉलेज में मूल परीक्षार्थी प्रयागराज के आर्य राठौर के स्थान पर मधुबनी बिहार निवासी सोनू कुमार को गिरफ्तार किया है. डीएसपी नवेंद्र कुमार के नेतृत्व में गौरा बादशाहपुर जौनपुर के ग्रामोदय इंटर कॉलेज से 02 मुन्ना भाइयों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में प्रयागराज का अनिल कुमार मल्होत्रा एजेंट और आरा निवासी सिद्धार्थ शंकर दूबे सॉल्वर है.
पूछताछ पर अनिल कुमार मल्होत्रा ने बताया कि उसे अपने एजेंट के माध्यम से चंदौली निवासी बाबू कुँवर भारती पुत्र बच्चा लाल भारती के स्थान पर परीक्षा देना था. इसके बदले उसने 30 हजार रुपये एडवांस लेकर सिद्धार्थ शंकर दूबे को परीक्षा में बैठने के लिये भेजा था. बाकी रकम उसे परीक्षा के बाद मिलनी थी.
डिप्टी एसपी एसटीएफ अवनीश्वर चंद्र श्रीवास्तव में यशोदा नगर कानपुर के राहुल मेमोरियल इंटर कॉलेज से मूल अभ्यर्थी रघुवीर के स्थान पर सैफ अहमद खान को परीक्षा देते हुए पकड़ा गया है. रघुवीर हरदोई का मूल निवासी है. जबकि सैफ महाराजगंज का निवासी है. सैफ ने बताया कि वह मुंबई में घाटकोपर में इनकम टैक्स निरीक्षक के पद पर कार्यरत है. उसका एक दोस्त महेंद्र हरदोई के बालामऊ में प्राथमिक विद्यालय में टीचर है. वह परीक्षाओं में सॉल्वर बैठाने का कार्य करता है. उसी के कहने पर वह रघुवीर के स्थान पर मुंबई से पेपर देने आया था. लेकिन उसे पकड़ लिया गया.
एसटीएफ की मेरठ फील्ड इकाई ने टी बीडीएस स्कूल जागृति विहार, मेरठ के पास से रोबिन पुत्र अशोक कुमार निवासी थाना भवनपुर सियाल को गिरफ्तार किया गया है. इसके पास से द्वितीय पाली में होने वाली परीक्षा की उत्तर कुंजी पायी गयी. जिसका मिलान कराने पर वह कूटरचित पाया गया. इसके अभ्यर्थियों को इस उत्तर कुंजी को असली बताकर धोखा देकर धनार्जन करने का प्रयास किया जा रहा था.