आला हजरत के कुल पर शिक्षण संस्थान रहेंगे बंद, दरगाह पर सोनिया गांधी और सीएम केजरीवाल की पेश की गई चादर
उर्स के दूसरे दिन कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की तरफ से दरगाह आला हजरत पर चादर पेश की गई. कांग्रेस नेताओं ने मुफ्ती ए आजम हिंद और दरगाह ताजुशरिया पर चादर पेश कर दुआएं की. इसके बाद मदरसा जमीयतुर्रजा में जमात के उपाध्यक्ष सलमान मियां और फरमान मियां से मुलाकात कर देश के हालातों पर चर्चा की.
Bareilly News: आला हजरत का कुल शरीफ 23 सितंबर यानी जुमें को 2.38 बजे होगा. इस दौरान शहर में बड़ी संख्या में अकीदतमंद की भीड़ जुटेगी. इसके चलते डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने 23 सितंबर को यूपी बोर्ड, सीबीएसई, आईसीएसई बोर्ड, पॉलिटेक्निक समेत सभी शिक्षण संस्थान बंद रखने के निर्देश दिए हैं. यह घोषणा गुरुवार शाम डीएम ने की है. इसके साथ ही उर्स के दूसरे दिन कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की तरफ से दरगाह आला हजरत पर चादर पेश की गई. कांग्रेस नेताओं ने मुफ्ती ए आजम हिंद और दरगाह ताजुशरिया पर चादर पेश कर दुआएं की. इसके बाद मदरसा जमीयतुर्रजा में जमात के उपाध्यक्ष सलमान मियां और फरमान मियां से मुलाकात कर देश के हालातों पर चर्चा की.
कुल शरीफ की रस्म हुई अदाआला हज़रत फ़ाज़िले बरेलवी के 104 वें उर्से रज़वी के दौरान गुरुवार को मुफ्ती-ए-आज़म हिन्द, ताजुशरिया मुफ्ती अख्तर रजा खां, मुफ़स्सिर-ए-आज़म व रेहाने मिल्लत के कुल शरीफ की रस्म अदा की गई.कुल शरीफ के वक्त दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हानी मियां की सरपरस्ती, सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां और ग्रांड मुफ्ती असजद रजा खां की सदारत में कुल शरीफ हुआ. उलमा ने देश और दुनिया के अमन और तरक्की के लिए दुआएं की. दुनियाभर से आने वाले अकीदतमंदों ने दरगाह पर गुलपोशी व चादरपोशी कर अपने हक़ में दुआए की.
मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि उर्स के दूसरे दिन क़ुरान ख्वानी से आगाज़ किया गया. हाजी गुलाम सुब्हानी व नातख़्वा आसिम नूरी में मिलाद का नज़राना पेश किया. इसके बाद मुफ़्ती सलीम नूरी ने रेहाने मिल्लत को खिराज़ पेश की. आपने मसलक व मज़हब के प्रचार प्रसार के लिए हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि दुनिया के दो दर्जन से अधिक मुल्कों का दौरा किया. आप खानदान के पहले शख्स थे, जिन्होंने सबसे पहले एशिया के अलावा अफ्रीका, अमेरिका, यूरोप आदि के मुल्कों का सफर किया. आपने हमेशा इंसानियत व लोगो की भलाई के लिए काम किए.
Also Read: Urs E Razvi 2022: उर्स-ए-रजवी में महिलाओं के आने पर पाबंदी, जायरीन की मदद को हेल्पलाइन जारी ताजुशरिया फतावा रजविया का विमोचनउर्स के दूसरे दिन दरगाह पर ताजुशरिया फतावा रजविया का विमोचन हुआ. इसमें दुनिया के हर मसले का हल है. इससे पहले आला हजरत के फतावा रजविया से मसलों का हल होता था. मगर अब ताजुशरिया फतावा रजविया से भी मसलों का हल करने में मदद मिलेगी. इस दौरान जमात के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान मियां, हाफिज इकराम खां, शमीम अहमद, डॉ.मेंहदी आदि मौजूद थे.
2 लाख फतवे और 200 किताब लिखींअल्लामा हसन रज़ा पटनवी ने कहा कि मुफ्ती आज़म-ए-हिन्द हक़्क़नियत की मिसाल थे. आपने हिंदुस्तान भर की ख़ानक़ाहों को एक करने का काम किया. अपनी 92 वर्ष की ज़िंदगी मे लगभग 2 लाख फतवे और लगभग दो सौ किताबें लिखी. नसबंदी व फ़ोटो खिचाने को हराम करार दिया. लाउडस्पीकर पर नमाज़ को मना फरमाया. मुफ्ती आकिल रज़वी व मुफ़्ती सय्यद कफील हाशमी ने कहा कि आपनी ज़िन्दगी में हमेशा हक़ बियानी की. मॉरीशस के कारी अब्दुल कादिर ने अपने खिताब में कहा कि आला हज़रत एक किताब का नाम नहीं, बल्कि पूरी की पूरी लाइब्रेरी का नाम आला हज़रत है. आला हज़रत ने लगभग 1400 किताबें लिखकर हिन्द ही नहीं बल्कि अरब जैसे मुल्क जहां से इस्लाम का उदय हुआ. वहां के उस वक़्त के बड़े-बड़े उलेमा को हैरत में डाल दिया.
Also Read: Urs-E-Rajvi: बरेली में लहराया रजवी परचम, उर्स-ए-रजवी में अजमेर के संदल और गुलाब जल से दरगाह का हुआ गुस्लरिपोर्ट : मुहम्मद साजिद