Urs-E-Rajvi: बरेली में लहराया रजवी परचम, उर्स-ए-रजवी में अजमेर के संदल और गुलाब जल से दरगाह का हुआ गुस्ल
उर्स की सभी रस्में दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां) व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) की निगरानी में दरगाह परिसर व इस्लामिया मैदान में अदा की गई. इसके साथ ही मथुरापुर मदरसे में तकरीरी प्रोग्राम हुआ.
Bareilly News: फाजिल-ए-बरेलवी इमाम अहमद रजा खां (आला हजरत) के 104वें तीन रोजा उर्स-ए-रजवी का बुधवार शाम (मगरिब नमाज के बाद) परचम कुशाई के साथ आगाज हो गया. इसके बाद दरगाह आला हजरत, इस्लामिया मैदान और मदरसा जमीयतुर्रजा में तीन रोज़ा उर्स-ए-रज़वी के कार्यक्रम शुरू हो गए हैं. इस्लामिया मैदान में नातिया मुशायरा हुआ. इसमें उलमा ने कलाम पेश किया. रात को हुज्जातुल इस्लाम के कुल शरीफ की रस्म अदा की गई.
उर्स की सभी रस्में दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां) व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) की निगरानी में दरगाह परिसर व इस्लामिया मैदान में अदा की गई. इसके साथ ही मथुरापुर मदरसे में तकरीरी प्रोग्राम हुआ. परचम कुशाई का जुलूस शहर के आजमनगर से हाजी अल्लाह बख्श के यहां शुरू हुआ. रज़वी परचम लहराते ही विधिवत उर्स का आगाज़ हो गया. नारे तकबीर अल्लाह हो अकबर,मसलक-ए-आला हज़रत ज़िंदाबाद के नारों के बीच दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां) ने अपने दस्ते मुबारक से (हाथों) सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन मियां को परचम सौंपा. इसके बाद रस्म अदा की गई.इसके साथ ही मदरसा जमीयतुर्रजा में जमात के महासचिव फरमान हसन खां फरमान मियां को परचम कुशाई का झंडा सौंपा गया.
दुनिया भर से उलमा के आने का सिलसिला शुरू हो गया है.अमेरिका से गुलाम ज़करानी,नेपाल,साउथ अफ्रीका,मलावी,यूके,बांग्लादेश,श्री लंका के अलावा देश के कोने कोने से ज़ायरीन पहुँच गए हैं. नमाज़-ए- मग़रिब महफ़िल-ए-मिलाद हाजी गुलाम सुब्हानी व आसिम नूरी ने पेश की.
सपाइयों ने पेश की अकीदतसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ से सपाई चादर लेकर दरगाह पहुंचे. सपाइयों ने दरगाह पर चादरपोशी की. इसके बाद दरगाह प्रमुख और जमात रजा ए मुस्तफा के सलमान मियां और फरमान मियां से मुलाकात की. सपा की तरफ से बहेड़ी विधायक अताउर्रहमान, पूर्व विधायक विजयपाल सिंह, महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी, अरविंद यादव, अगम मौर्य, अनीस इंजीनियर, मलखान सिंह यादव, असलम खां आदि मौजूद थे.
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