बरेली में परचम कुशाई से उर्स-ए-ताजुशरिया का आगाज, उलमाओं ने की तकरीर, टॉप-50 में थे शामिल

सोमवार रात 1.38 बजे मुफ़्ती-ए-आजम हिंद का कुल शरीफ हुआ. कुल शरीफ से पहले उलमा में दिन पर रोशनी डाली. मुसलमानों से नमाज कायम करने की बात कही. झूठ, गीबत से बचने को कहा गया. दरगाह के सज्जादानशीन काजी-ए-हिंदुस्तान मुफ़्ती असजद रज़ा खां ने मुल्क के अमन को दुआएं की. इस दौरान बड़ी संख्या में अकीदतमंद मौजूद थे.

By Prabhat Khabar News Desk | June 7, 2022 4:49 PM

Bareilly News : उत्तर प्रदेश के बरेली में परचम कुशाई से उर्स-ए-ताजुशरिया का आगाज हो गया है. शहर के कोहाड़ापीर से परचम कुशाई जुलूस फरमान हसन खां (फरमान मियां) की कयादत में शुरू हुआ. परचम कुशाई जुलूस में बड़ी संख्या में अक़ीदतमंद शामिल हुए. यह जुलूस कुतुबखाना, बिहारीपुर आदि रास्तों से होकर ताजुशरिया मुफ़्ती अख्तर रज़ा खां (अजहरी मियां) की दरगाह पहुंचा. दरगाह पर चादरपोशी कर मुल्क के अमन और तरक्की के लिए दुआएं की गई.

मुसलमानों से नमाज कायम करने की बात कही

सोमवार रात 1.38 बजे मुफ़्ती-ए-आजम हिंद का कुल शरीफ हुआ. कुल शरीफ से पहले उलमा में दिन पर रोशनी डाली. मुसलमानों से नमाज कायम करने की बात कही. झूठ, गीबत से बचने को कहा गया. दरगाह के सज्जादानशीन काजी-ए-हिंदुस्तान मुफ़्ती असजद रज़ा खां ने मुल्क के अमन को दुआएं की. इस दौरान बड़ी संख्या में अकीदतमंद मौजूद थे. मदरसा जमीयतुररज़ा, मथुरापुर में मदरसे से शिक्षा पूरी करने वाले 200 स्टूडेंट को दस्तारबंदी की गई. उर्स के आयोजक एवं जमात रज़ा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सलमान हसन खां ( सलमान मियां) ने बताया कि मंगलवार शाम 7.10 बजे ताजुशरिया का कुल शरीफ होगा. हाफिज इकराम, शमीम अहमद, डॉ. मेहंदी हसन ने उर्स में आने वाले अकीदतमंदों को खाना (लंगर) खिलाया. इसके साथ ही जगह-जगह पानी की व्यवस्था कराई. उर्स में सपा के महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी समेत शहर की प्रमुख हस्तियों ने शिरकत की.

दुनिया भर से आएं उलमा-जायरीन

उर्स-ए-ताजुशरिया में हिंदुस्तान के तमाम शहरों के साथ ही साउथ अफ्रीका,ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड समेत दर्जनभर देशों से उलमा और अकीदतमंद पहुंचे हैं. अकीदतमंदो ने दरगाह पर चादरपोशी कर अकीदत का नजराना पेश किया.

यह है ताजुशरिया की शख्शियत

तजुशरिया मुफ्ती अख्तर रजा खान (अजहरी मियां) का जन्म 02 फरवरी 1943 को बरेली में हुआ था. आप इमाम अहले सुन्नत वल जमात इमाम अहमद रजा खान मुहदीदश बरेलवी के परपोते थे.इसके साथ ही हुज्जतुल इस्लाम मौलाना हामिद रजा खां के पोते और मुफ्ती-ए-आजम हिंद मुफ्ती मुस्तफा रजा खां के नवासे और प्रतिनिधि थे.आपको फखरे अजहर पुरस्कार से सम्मानित किया गया जा चुका था. वर्ष 2016 में उनके मुरीदों की संख्या 5 करोड़ थी.

टॉप-50 प्रभावशाली मुस्लिमों की सूची में

वर्ष- 2016 में ओमान की द रॉयल इस्लामिक स्टेर्जिक स्टडी सेंटर (आरआईएसएसएससी) ने एडिशन- 2016 के टॉप-50 की सूची में दुनिया भर के प्रभावशाली मुसलमानों के नाम जारी किए थे. इसमें ताजुशरिया को 25वां स्थान मिला था. आपसे फिल्म एक्टर संजय दत्त, सपा नेता के पूर्व नेता अमर सिंह समेत सियासी दुनिया के तमाम बड़े चेहरों ने मुलाकात करने की कोशिश की. मगर आपने मुलाकात नहीं की.

रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद

Next Article

Exit mobile version