बरेली में चार्जिंग में लगे मोबाइल की बैट्री में ब्लास्ट, चारपाई पर सो रही 8 माह की बच्ची की झुलसने से मौत
यह भयानक घटना बरेली में घटी है. सोमवार को हुई इस घटना ने सबको सकते में डाल दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कीपैड फोन में पहले से ही फूली हुई बैट्री थी. इसे सोलर पैनल से जुड़े स्विच में प्लग किया गया था. मोबाइल फोन में ब्लास्ट के समय आठ महीने की बच्ची नेहा वहीं सोई हुई थी.
Bareilly News: मोबाइल की बैट्री तो कई बार ब्लास्ट हो चुके हैं. मगर बरेली में जिस तरह से मोबाइल की बैट्री ने एक बच्चे की जान ली है, उसने सबको सकते में डाल दिया है. सोशल मीडिया में भी इस बात की चर्चा की जा रही है. एक दु:खद हादसे में आठ माह के एक नवजात की मौत हो गई है. उसके बगल में रखे मोबाइल की बैट्री के ब्लास्ट हो जाने से वह काफी घायल हो गई. जब यह घटना घटी उस वक्त मोबाइल चार्जिंग के लिए लगा हुआ था.
छह महीने पहले की खरीदा था कीपैड फोन
यह भयानक घटना बरेली में घटी है. सोमवार को हुई इस घटना ने सबको सकते में डाल दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कीपैड फोन में पहले से ही फूली हुई बैट्री थी. इसे सोलर पैनल से जुड़े स्विच में प्लग किया गया था. परिवार ने करीब छह महीने पहले कीपैड फोन खरीदा था. मोबाइल फोन में ब्लास्ट के समय आठ महीने की बच्ची नेहा वहीं सोई हुई थी. वह कमरे में अकेली थी. ब्लास्ट की आवाज सुनने के बाद बच्ची की मां कुसुम कश्यप तेजी से भागते हुए कमरे की ओर बढ़ी. वहीं, उनकी दूसरी बेटी मदद के लिए चीख रही थी.
नहीं दर्ज कराई को पुलिस कंप्लेन
नवजात नेहा को अस्पताल ले जाया गया लेकिन इलाज के दौरान गंभीर रूप से झुलसने के कारण उसे बचाया न जा सका. पुलिस के अनुसार, यह मृतक के माता-पिता की लापरवाही का मामला है. हालांकि, अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है. बच्चे के पिता सुनील कुमार कश्यप मजदूरी करते हैं. परिवार बिना बिजली कनेक्शन के एक निर्माणाधीन मकान में रहता है. परिवार के सदस्य मोबाइल फोन को चार्ज करने के लिए सोलर प्लेट और बैटरी का उपयोग करते हैं.
‘काफी तेज हुआ था धमाका’
घटना के वक्त पिता सुनील काम पर गए हुए थे. वहीं, उसकी पत्नी अपने दोनों बेटियों के साथ घर पर ही थी. मीडिया से बातचीत करते हुए नवजात की मां कुसुम ने बताया कि दोपहर के समय बच्ची को चारपाई पर सुलाकर अपना काम कर रही थी. उन्होंने मोबाइल को चार्जिंग के लिए लगाकर उसके बगल में ही बेटी को सुला दिया था. उन्होंने कहा, ‘मैं ब्लास्ट के समय पड़ोसी से बात कर रही थी. काफी तेज धमाका हुआ था. मेरी बड़ी बेटी नंदिनी ने मदद के लिए आवाज लगाते हुए मुझे बुलाया. मैं तेजी से कमरे की ओर गई. मोबाइल में धमाके के कारण चारपाई जल चुकी थी. बेटी नेहा बुरी तरह से झुलस गई थी.’ वहीं, फरीदपुर थाने के एसएचओ हरवीर सिंह ने बताया कि नवजात का शव कानूनी कार्रवाई के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है.