उत्तर प्रदेश के बड़े टूरिस्ट शहरों के बीच हाई स्पीड रेल चलाने की तैयारी शुरू कर दी गई है. दिल्ली से इन शहरों के लिए बुलेट ट्रेन (Uttar Pradesh Bullet Train Project) चलाने पर विचार किया जा रहा है, जिसकी रफ्तार 350 किलोमीटर प्रति घंटे तक होगी. बता दें कि केंद्र और राज्य सरकार ने दिल्ली से वाराणसी, दिल्ली से अयोध्या और दिल्ली से आगरा के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की योजना पर काम कर रही है. फिलहाल सर्वे के साथ ही इसका खाका तैयार किया जा रहा है. वित्तीय लागत का भी आकलन किया जा रहा है.
बता दें कि दिल्ली से वाराणसी के बीच हाई स्पीड रेल चलाने की तैयारी पहले ही शुरू कर दी गयी थी. यमुना एक्सप्रेस-वे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और गंगा एक्सप्रेस-वे के किनारे एलिवेटेड ट्रैक पर यह ट्रेन दौड़ेगी. मथुरा जनपद की सीमा में यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे लगभग 100 किलोमीटर तक हाई स्पीड ट्रेन दौड़ेगी. इस हाई स्पीड ट्रेन के लिए एक्सप्रेस-वे के किनारे सर्विस रोड या फिर डिवाइडरों पर जरूरत के मुताबिक एलिवेटेड ट्रैक तैयार किया जाएगा. यह पहले ही क्लियर हो चुका है कि दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर को विकसित करने के लिए 75 फीसदी सरकारी जमीन मौजूद है.
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वहीं गंगा नदी के किनारे से होकर जमीन के ऊपर गुजरने वाली बुलेट ट्रेन के लिए वाराणसी से हावड़ा तक 10 स्टेशन होंगे. 760 किलोमीटर लंबे फ्लाई ओवर पर अप व डाउन रेल ट्रैक बिछेगी. मार्ग में कम से कम यू टर्न आए और ट्रेन कहीं घूमे नहीं, इसका विशेष ध्यान रखा जाए रहा है. नदियों के ऊपर निकलने वाले इस ट्रैक पर 260 किलोमीटर की रफ्तार से हाई स्पीड बुलेट ट्रेन चलेगी. ट्रेन उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड होते हुए कोलकाता पहुंचेगी। एक साल में डीपीआर तैयार होगा जाएगा और 2030 में काम को पूरा कर लिया जाएगा.