UP By-Elections: चुनाव में सपा और भाजपा आंतरिक गठबंधन, लोग उन्हें सिखाएंगे सबक- बसपा प्रमुख मायावती
UP By-Elections: आजमगढ़ भाजपा और बसपा पुरानी सीट पर वापसी के लिए जुटी है. जबकि सपा मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की पुरानी सीट बचाने के लिए दिन-रात बराबर कर दी हैं.
UP By-Elections: उत्तर प्रदेश के रामपुर और आजमगढ़ में लोकसभा के उपचुनाव होने वाले हैं. वहीं इस उपचुनाव से पहले सूबे का राजनीतिक माहौल गरमा गया है. सारी पार्टियां एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के शब्द बाण छोड़ने में लगी हुईं हैं. वहीं इस राजनीतिक गहमागहमी के बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने बड़ा बयान दिया है. उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) को लेकर भाजपा को आड़े हाथों लिया है तो सपा पर भी निशाना साधा है.
UP | Though, it's a by-poll but for people, it is important as they can teach a lesson to the BJP for its anti-people schemes like #Agnipath and their modus operandi of using bulldozers: BSP chief Mayawati on Azamgarh Lok Sabha bypoll pic.twitter.com/KEkGBxu9iQ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 19, 2022
आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव पर बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि यह उप-चुनाव है, लेकिन लोगों के लिए यह महत्वपूर्ण है क्योंकि वे अग्निपथ जैसी जनविरोधी योजनाओं और बुलडोजर का उपयोग करने के अपने तौर-तरीकों के लिए भाजपा को सबक सिखा सकते हैं. बसपा प्रमुख ने कहा कि लोग बीजेपी के साथ आंतरिक गठबंधन के लिए सपाको भी सबक सिखाएगी. यह फिर से दिखाएगा कि उत्तर प्रदेश में बसपा, सपा की तुलना में भाजपा को हराने के लिए अधिक शक्तिशाली (पार्टी) है.
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बता दें कि आजमगढ़ भाजपा और बसपा पुरानी सीट पर वापसी के लिए जुटी है. जबकि सपा मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की पुरानी सीट बचाने के लिए दिन-रात बराबर कर दी हैं. सपा से धर्मेंद्र यादव भाजपा से दिनेश लाल यादव निरहुआ और बसपा से गुड्डू जमाली चुनावी अखाड़े में हैं. उप-चुनाव में धर्मेंद्र यादव नए है. लेकिन दिनेश लाल यादव निरहुआ और गुड्डू जमाली पुराने चेहरे है.
2019 के चुनाव में दिनेश लाल यादव निरहुआ को 3.61.704 वोट और 2014 के चुनाव में गुड्डू जमाली को 2.66.528 वोट पाकर चुनाव हार चुके हैं, लेकिन इस चुनाव में भाजपा सपा और बसपा तीनों मजबूती से जुटे हैं. यहां से 2014 के लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव जबकि 2019 के चुनाव में अखिलेश यादव सांसद चुने गए थे.