UP By-Elections: चुनाव में सपा और भाजपा आंतरिक गठबंधन, लोग उन्हें सिखाएंगे सबक- बसपा प्रमुख मायावती

UP By-Elections: आजमगढ़ भाजपा और बसपा पुरानी सीट पर वापसी के लिए जुटी है. जबकि सपा मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की पुरानी सीट बचाने के लिए दिन-रात बराबर कर दी हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | June 19, 2022 5:22 PM
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UP By-Elections: उत्तर प्रदेश के रामपुर और आजमगढ़ में लोकसभा के उपचुनाव होने वाले हैं. वहीं इस उपचुनाव से पहले सूबे का राजनीतिक माहौल गरमा गया है. सारी पार्टियां एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के शब्द बाण छोड़ने में लगी हुईं हैं. वहीं इस राजनीतिक गहमागहमी के बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने बड़ा बयान दिया है. उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) को लेकर भाजपा को आड़े हाथों लिया है तो सपा पर भी निशाना साधा है.

आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव पर बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि यह उप-चुनाव है, लेकिन लोगों के लिए यह महत्वपूर्ण है क्योंकि वे अग्निपथ जैसी जनविरोधी योजनाओं और बुलडोजर का उपयोग करने के अपने तौर-तरीकों के लिए भाजपा को सबक सिखा सकते हैं. बसपा प्रमुख ने कहा कि लोग बीजेपी के साथ आंतरिक गठबंधन के लिए सपाको भी सबक सिखाएगी. यह फिर से दिखाएगा कि उत्तर प्रदेश में बसपा, सपा की तुलना में भाजपा को हराने के लिए अधिक शक्तिशाली (पार्टी) है.

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बता दें कि आजमगढ़ भाजपा और बसपा पुरानी सीट पर वापसी के लिए जुटी है. जबकि सपा मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की पुरानी सीट बचाने के लिए दिन-रात बराबर कर दी हैं. सपा से धर्मेंद्र यादव भाजपा से दिनेश लाल यादव निरहुआ और बसपा से गुड्डू जमाली चुनावी अखाड़े में हैं. उप-चुनाव में धर्मेंद्र यादव नए है. लेकिन दिनेश लाल यादव निरहुआ और गुड्डू जमाली पुराने चेहरे है.

2019 के चुनाव में दिनेश लाल यादव निरहुआ को 3.61.704 वोट और 2014 के चुनाव में गुड्डू जमाली को 2.66.528 वोट पाकर चुनाव हार चुके हैं, लेकिन इस चुनाव में भाजपा सपा और बसपा तीनों मजबूती से जुटे हैं. यहां से 2014 के लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव जबकि 2019 के चुनाव में अखिलेश यादव सांसद चुने गए थे.

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