यूपी की ‘बस पॉलिटिक्स’ पर कांग्रेस में बगावत, विधायक अदिति सिंह ने अपनी ही पार्टी पर लगाया यह आरोप…

उत्तर प्रदेश में कुछ दिनों से चल रही बस सियासत ने एक नाटकीय करवट ली है. उत्तर प्रदेश की कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने इस मामले पर अपनी पार्टी को ही घेरकर इस मुद्दे को अलग मोड़ पर ला दिया है.

By ThakurShaktilochan Sandilya | May 20, 2020 2:01 PM
an image

उत्तर प्रदेश में कुछ दिनों से चल रही बस सियासत ने एक नाटकीय करवट ली है. उत्तर प्रदेश की कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने इस मामले पर अपनी पार्टी को ही घेरकर इस मुद्दे को अलग मोड़ पर ला दिया है.

Also Read: इटावा में ट्रक और पिकअप की टक्कर में छह किसानों की मौत, बेचने जा रहे थे सब्जी, CM योगी ने किया मुआवजे का एलान

दरअसल पिछले कुछ दिनों से यूपी में प्रियंका गांधी और यूपी सरकार के बीच चल रहे बस पॉलिटिक्स का कल का दिन काफी गरम रहा.एक तरफ जहां यूपी की भाजपा शासित सरकार और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इस मामले पर आमने-सामने हो चुके हैं वहीं अब कांग्रेस खेमें में ही बगावत के सुर उठ चुके हैं.प्रवासी मजदूरों के लिए बसों के इंतजाम को लेकर चल रहे हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच रायबरेली से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह ने इस मामले पर अपनी पार्टी कांग्रेस पर ही आरोपों की बौछार कर दी है और पार्टी के इरादों पर प्रश्नचिन्ह लगाया है.

अदिति सिंह ने अपने एक ट्वीट में लिखा कि ” आपदा के वक्त ऐसी निम्न सियासत की क्या जरूरत,एक हजार बसों की सूची भेजी, उसमें भी आधी से ज्यादा बसों का फर्जीवाड़ा, 297 कबाड़ बसें, 98 आटो रिक्शा व एबुंलेंस जैसी गाड़ियां, 68 वाहन बिना कागजात के, ये कैसा क्रूर मजाक है, अगर बसें थीं तो राजस्थान,पंजाब, महाराष्ट्र में क्यूं नहीं लगाई।”

यही नहीं बल्कि इस पूरे मामले पर उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का साथ भी खुलकर दिया है और अपने एक अन्य ट्वीट में प्रियंका गांधी के तरफ से भेजे जाने वाली बसों पर सवालिया निशान लगाते हुए वो लिखती हैं कि ” कोटा में जब UP के हजारों बच्चे फंसे थे तब कहां थीं ये तथाकथित बसें, तब कांग्रेस सरकार इन बच्चों को घर तक तो छोड़िए,बार्डर तक ना छोड़ पाई,तब श्री आदित्यनाथ जी ने रातों रात बसें लगाकर इन बच्चों को घर पहुंचाया, खुद राजस्थान के सीएम ने भी इसकी तारीफ की थी। “

बता दें कि प्रियंका गांधी ने प्रवासियों के लिए 1000 बसों को भेजने की अनुमति यूपी सरकार से मांगी थी. जिस मांग को यूपी सरकार की तरफ से मान लिया गया था लेकिन बसों की भेजी गई सूचि में अनेकों बसों के डिटेल को उत्तर प्रदेश सरकार ने गलत बताया था.वहीं बसों को बार्डर से ही चलवाने की मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी अड़ी हुई है जबकि यूपी सरकार का कहना है कि सभी बसों को लखनऊ भेजा जाए.

Exit mobile version