Cashless Chikitsa Yojana: उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारियों को अब इलाज में हुए अपने व्यय के भुगतान के लिए अधिकारियों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को यूपी के 22 लाख कर्मचारियों, पेंशनर्स के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना का शुभारंभ किया. राज्य के कुल 75 लाख से अधिक लोगों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी. अब प्रदेश के सभी कर्मचारी कैशलेस इलाज की व्यवस्था का लाभ उठा सकेंगे.
इलाज का पूरा खर्च वहन करेगी सरकार
उत्तर प्रदेश इस योजना को लागू करने वाला पहला प्रदेश बन गया है. योजना से राज्य कर्मचारियों और पेंशनरों के आलावा उनके परिवार को आयुष्मान योजना में पंजीकृत सभी निजी अस्पतालों में प्रतिवर्ष पांच लाख रुपए तक के इलाज की मुफ्त सुविधा मिलेगी.
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कैसे उठाएं इस योजना का लाभ-
इस योजना का लाभ उठाने के लिए हर कर्मचारी के पास स्टेट हेल्थ कार्ड उपलब्ध होना अनिवार्य है. जिसकी मदद से कर्मचारियों की पहचान की जाएगी और कैशलेस चिकित्सा उपलब्ध कराई जाएगी. स्टेट हेल्थ कार्ड बनना शुरू हो गया है. जो भी कर्मचारी इस योजना का लाभ उठाना चाहता है वो जल्द से जल्द स्टेट हेल्थ कार्ड बनवा लें.
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सबसे पहले वेब पोर्टल https://sects.up.gov.in पर जाएं.
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आपके सामने जो पेज आएगा. उसपर ऊपर हेल्थ कार्ड का ऑप्शन आएगा. जिसपर आपको क्लिक करना है.
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आपके स्क्रीन पर नया पेज खुलेगा. जिसमें मोबाइल नंबर डालना है.
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ऑप्शन में सिर्फ आधार से लिंक्ड मोबाइल नंबर ही भरें.
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इसके बाद मोबाइल पर ओटीपी आएगा. जिसको भरना है.
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इसके बाद जरूरी जानकारी भरनी है
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आखिरी में स्क्रीन पर सबमिट का ऑप्शन क्लिक करना है.
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अधिकारी ऑनलाइन आवेदन का सत्यापन करेंगे.
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हेल्थ कार्ड डाउनलोड किया जा सकता है
बता दें कि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने पहले ही इस बात की जानकारी दे दी थी कि योजना का लाभ लेने करने के लिए स्टेट हेल्थ कार्ड का होना अनिवार्य है. कार्ड बनाने की सुविधा गुरुवार से शुरू हो गयी है. सभी राज्य कर्मचारी और पेंशनर्स जल्द से जल्द अपना स्टेट हेल्थ कार्ड बनवा लें, जिससे आवश्यकता पड़ने पर कैशलेस चिकित्सा सुविधा का लाभ मिल सके.