Uttar Pradesh News: 2024 का लोकसभा चुनाव होने में अभी वक्त है पर उससे पहले ही देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में सियासी समीकरण बनने तेज हो गए हैं. भाजपा को हराने लिए एक तरफ विपक्षी पार्टियों ने अपनी एकजुटता दिखानी शुरू कर दी है तो दूसरी तरफ कई पार्टियों को भाजपा भी अपनी तरफ लाने की कोशिश कर रही है. वहीं उत्तर प्रदेश में विपक्ष की भूमिका निभाने वाले समाजवादी पार्टी के खिलाफ शिवपाल सिंह यादव मोर्चा खोलते दिख रहे हैं.
उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के बाद से ही समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और उनके चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) के बीच दूरियां लगातार बढ़ती जा रही हैं. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने एक बार फिर अखिलेश यादव के अलावा समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मंगलवार को शिवपाल सिंह यादव ने बेहद स्पष्ट लहजे में कहा कि समाजवादी पार्टी ने हमे तीन बार धोखा दिया है.
वहीं शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि अब हमें कभी सपा में नहीं जाना है. सभी लोकसभा सीटों पर प्रसपा चुनाव लड़ेगी. वहीं मैनपुरी में चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव के रहते हम मैनपुरी में चुनाव लड़ने का सोच भी नहीं सकते. नेताजी मैनपुरी से चुनाव लड़े और स्वस्थ रहें. शिवपाल ने कहा कि मुलायम सिंह यादव को पहले भी जिताया था और एक बार फिर जिताएंगे.
शिवपाल यादव और अखिलेश के बीच 2017 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले दूरी बढ़ी. शिवपाल सिंह यादव तब सपा के प्रदेश अध्यक्ष भी थे. शिवपाल ने अखिलेश को पार्टी से निकाल दिया था. हांलाकि 2022 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर चाचा और भतीजा एक साथ दिखे और शिवापल यादव ने सपा के सिंबल पर चुनाव भी लड़ा. पर चुनाव के बाद फिर दोनों चाचा और भतीजे की राह अलग होती दिख रही है.