UP Nagar Nikay Chunav 2022: उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण को लेकर आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है. कोर्ट ने 12 दिसंबर को अंतरिम अधिसूचना जारी करने पर रोक लगा दी थी. मामले में जनहित याचिका पर आज इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में सुनवाई होगी. चुनाव पर फैसला आने से पहले प्रत्याशियों और अलग-अलग पार्टियों की बेचैनी बढ़ गई है.
दरअसल, निकाय चुनाव में आरक्षण को लेकर जनहित याचिका दाखिल होने के बाद जस्टिस सौरभ श्रीवास्तव और जस्टिस देवेन्द्र उपाध्याय की बेंच ने 12 दिसंबर को अधिसूचना जारी करने पर अंतरिम रोक लगा दी थी. यह रोक आज यानी 20 फरवरी तक प्रभावी है. कोर्ट में दाखिल याचिकाओं में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट ने निकाय चुनावों में पहले से ओबीसी आरक्षण के लिए ट्रिपल टेस्ट फार्मूला अपनाने की बात कही है, लेकिन सरकार ने इसकी अनदेखी करते हुए रैपिड टेस्ट के आधार पर ओबीसी आरक्षण तय कर दिया जोकि उच्चतम न्यायालय (SC) के आदेश के विरुद्ध है.
उत्तर प्रदेश की 17 नगर निगम, 199 नगर पालिका और 545 नगर पंचायतों का आरक्षण 5 दिसंबर को जारी किया गया था. निकाय के वार्ड का आरक्षण पहले ही जारी हो चुका है. यूपी की 762 निकाय में पिछड़े वर्ग के आरक्षण को लेकर याचिका दायर की गई हैं. 545 नगर पंचायत के आरक्षण में 182 महिलाओं को, 26 एससी महिला, 48 एससी, 49 अन्य पिछड़ा वर्ग महिला, 97 अन्य पिछड़ा वर्ग, 107 महिला, और 217 अनारक्षित हैं. पिछली बार बरेली की 20 में से 12 निकाय ओबीसी (पिछड़ा वर्ग) के लिए आरक्षित थी, लेकिन नए आरक्षण में एक भी निकाय ओबीसी के लिए आरक्षित नहीं है. इसीलिए यह मामला कोर्ट में गया था.
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कोर्ट ने लगातार तीन बार रोक लगाई है. मगर, इस समय नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना 20 दिसंबर तक जारी करने पर रोक है. 20 दिसंबर यानी आज एक बार फिर सुनवाई होगी. कोर्ट सरकार के जवाब से संतुष्ट हो गई, तो फैसला आएगा. मगर, यह सुनवाई 21, 22, और 23 दिसंबर तक चलेगी. इसके बाद 24 को अंतिम शनिवार, 25 दिसंबर का क्रिसमस होली डे है. 26 दिसंबर से 2 फरवरी 2023 तक शीतकालीन अवकाश रहेगा. नए साल में भी कई छुट्टियां हैं.