नोएडा के Twin Tower में टेस्ट ब्लास्ट, चार किलो विस्फोटक की पड़ी जरूरत

Uttar Pradesh News: टेस्ट ब्लास्ट के जरिए क्षमता का परीक्षण किया गया. इसकी एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी. इस टेस्ट ब्लास्ट ही अब 22 मई को दोनों टावरों को गिराने में कितना एक्स्प्लोसिव का इस्तेमाल किया जाएगा, इसकी जानकारी मिली है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 10, 2022 7:06 PM
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Uttar Pradesh News: नोएडा में सुपरटेक बिल्डर के बनाए 32 मंज़िला ट्विन टावर (Noida Twin tower test blast) को गिराने के लिए आज ड्राई रन हुआ. टेस्ट ब्लास्ट में तीन से चार किलो विस्फोटक का प्रयोग किया गया. इसी दौरान नोएडा पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की. बता दें कि परीक्षण के लिए आज दोपहर ढाई बजे टेस्ट ब्लास्ट का समय निर्धारित किया गया था. टेस्ट ब्लास्ट के लिए एडिफिस इंजीनियरिंग ने एमराल्ड कोर्ट के निवासियों के लिए एहतियात के तौर पर एडवाइजरी जारी की है. इसके तहत विस्फोट के समय आधे घंटे के लिए आसपास के लोगों को घर के अंदर ही रहना होगा.

बता दें कि सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट सोसायटी में करीब 4 घंटे के लिए अथॉरिटी दोनों सोसायटी के निवासियों को खिड़की-दरवाजे बंद रखने और खुले में एमराल्ड कोर्ट की तरफ न निकलने की सलाह देगी. ट्रायल ब्लास्ट को एजेंसी करीब 5 किलो विस्फोटक मंगवा रही है. यह पांच पिलर में लगाया जाएगा. पिलर में जहां पर विस्फोटक लगाया जाएगा उसे वायर गेज, जियो टेक्सटाइल फाइबर से कवर किया जा रहा है. ग्रीन शीट या सेफ्टी नेट लगाई जाएगी. ब्लास्ट होने पर मलबा न बिखरने पाए इसलिए कवर शीट लगाई जाएगी.

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टेस्ट ब्लास्ट के जरिए क्षमता का परीक्षण किया जाएगा. इसकी एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी. ये टेस्ट ब्लास्ट ही बताएगा कि 22 मई को दोनों टावरों को गिराने में कितना एक्स्प्लोसिव का इस्तेमाल किया जाए. नौ अप्रैल से ही टिवन टावर सुरक्षा के घेरे में रहेगा. यहां जवान तैनात किए जाएंगे. साइट के अंदर किसी को जाने की अनुमति नहीं होगी. बता दें कि अधिकारियों का कहना है कि टेस्ट ब्लास्ट के दौरान कोई बड़ा धमाका नहीं होगा. इसके अलावा धूल बाहर तक नहीं जाएगी.

बता दें कि ट्विन टावर बनाने में नियमों की अनदेखी की गई थी. इस प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट ने भी भ्रष्टाचार की आशंका व्यक्त करते हुए गंभीर टिप्पणी की थी. इसके बाद मुख्यमंत्री ने विभागीय जांच के निर्देश दिए थे.

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