विश्व वैदिक सनातन संघ ने लिया बड़ा फैसला, ज्ञानवापी केस में हिंदू पक्ष के वकीलों के रद्द होंगे वकालतनामा

वाराणसी के ज्ञानवापी और श्रृंगार गौरी केस की आज यानी 4 जुलाई को दोपहर 2 बजे से जिला अदालत में सुनवाई होगी. इस बीच श्रृंगार गौरी प्रकरण की पैरोकारी कर रहे विश्व वैदिक सनातन संघ ने एडवोकेट हरिशंकर जैन समेत अन्य 5 वकीलों का वकालतनामा निरस्त करने के लिए कोर्ट में अर्जी देने की बात कही है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 4, 2022 11:12 AM

Varanasi News: वाराणसी के ज्ञानवापी और श्रृंगार गौरी केस की आज यानी 4 जुलाई को दोपहर 2 बजे से जिला अदालत में सुनवाई होगी. इस बीच श्रृंगार गौरी प्रकरण की पैरोकारी कर रहे विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन ने एडवोकेट हरिशंकर जैन समेत अन्य वकीलों का वकालतनामा निरस्त करने के लिए कोर्ट में अर्जी देने की बात कही है.

विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन ने एडवोकेट हरिशंकर जैन, मदन मोहन यादव, सुधीर त्रिपाठी और सुभाष चतुर्वेदी का वकालतनामा निरस्त करने के लिए कोर्ट में अर्जी देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि, अब ज्ञानवापी प्रकरण से जुड़े उनके सभी 5 मुकदमों को अदालत में एडवोकेट मान बहादुर सिंह, अनुपम द्विवेदी और शिवम गौड़ देखेंगे. तीनों अधिवक्ता उनके मुकदमों को अच्छे से देखेंगे, इस बात का उन्हें पूरा विश्वास है. राखी सिंह बनाम उत्तर प्रदेश राज्य के मुकदमे में अभी तक सबसे अच्छी भूमिका एडवोकेट शिवम गौड़ ने निभाई है.

जितेंद्र सिंह विसेन ने कहा कि मदन मोहन यादव, हरिशंकर जैन, सुधीर त्रिपाठी, शुभाष नन्दन त्रिपाठी इन सभी वकीलों को हमने निरस्त कर दिया था, क्योंकि जिस तरह की चीज़ें चाहिए उसके अनुसार कार्य हो नही पा रहा है. यह मामला हमारे लिए धर्मयुद्ध बन गया है. इसलिए हम एक योजना और रणनीति के तहत इस पूरे मामले को देख रहे हैं. रही बात वकील विष्णु जैन की तो उनका वकालतनामा कभी था ही नहीं, न ही उनका कोई योगदान रहा है. हां उनके पिता हरिशंकर जैन का वकालतनामा राखी सिंह वाले मुकदमे में था. उनसे ही मुकदमा भी लिखवाया था.

मगर, बीती 26 मई से पहले वह कभी कोर्ट में आए ही नहीं. कोर्ट में केस एडमिट कराने से लेकर तमाम जो भी ऑर्डर हुए, उनमें उनकी कोई भूमिका नहीं थी. इसलिए अब कोई काम ही नहीं करेगा और मामला हाईलाइट होने के बाद सिर्फ क्रेडिट लेना चाहेगा तो उसका क्या किया जा सकता है. महज क्रेडिट लेने के लिए पिता-पुत्र की जोड़ी के तौर पर खुद को प्रस्तुत करके उन्हें पता नहीं क्या संदेश देना था.

जितेंद्र सिंह विसेन ने कहा कि मुकदमों की पैरोकारी हम कर रहे हैं तो जाहिर सी बात है कि वकील भी अपनी इच्छानुसार ही रखेंगे. हमें वकील वह चाहिए जो हमारे मसले को कानूनी तरीके से अच्छे से लड़ कर हमें जीत दिला सके. हमारी सबसे यही अपील है कि लोग शांतिपूर्ण तरीके से रहें और अनाश्वयक बयानबाजी न करें.

रिपोर्ट- विपिन सिंह

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